नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। दुर्घटना से देर भली....ये वाक्य आपने कई बार सड़क लिखा देखा होगा। अहमदाबाद में हुए विमान हादसे से बाल-बाल बचने वाली भूमि की कहानी ने इस वाक्य को सही साबित किया है। छोटी सी चूक ने उनकी जान बचा दी। गुजरात के भरूच की रहने वाली भूमि चौहान अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एक फ्लाइट में सवार होने वाली थीं, लेकिन सिर्फ 10 मिनट की देरी ने उन्हें उस विमान में चढ़ने से रोक दिया। वही विमान कुछ देर बाद क्रैश हो गया, जिसमें 241 लोगों की जान चली गई।
विनती की, लेकिन नहीं मिली इजाजत
भूमि चौहान लंदन जाने के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट पकड़ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचीं। उनकी उड़ान का समय था दोपहर 1:10, लेकिन ट्रैफिक के कारण वह एयरपोर्ट 12:20 पर पहुंचीं, तो चेक-इन बंद हो चुका था। उन्होंने सीआईएसएफ और एयरलाइन स्टाफ से विनती की, बहस भी की, लेकिन उन्हें अंदर जाने की इजाजत नहीं मिली। चेकइन के गेट पर पहुंचने के बाद भूमि ने मिन्नतें की कि जो भी इमीग्रेशन और अन्य फॉर्मेलिटी होंगी, मैं फटाफट सब क्लियर कर दूंगी, लेकिन सुरक्षाकर्मी और एयर इंडिया के स्टाफ नहीं माने और भूमि को वापस भेज दिया। निराश भूमि को उस वक्त यही लगा कि उनका टिकट बर्बाद हो गया, लंदन की यात्रा छूट गई, और जरूरी काम अधूरा रह गया।
ईश्वर ने बचाई जान
कुछ ही घंटों बाद जब भूमि को खबर मिली कि वही फ्लाइट हादसे का शिकार हो गई है, तो उनके होश उड़ गए। उस वक्त वह एयरपोर्ट से लौट रही थीं और कार में थीं, जब यह दुखद समाचार उन्हें मिला। भूमि ने बताया कि अहमदाबाद के शहर में लगे ट्रैफिक जाम के कारण ही उन्हें देर हुई, जो अनजाने में उनकी जान बचाने वाला कारण बन गया। उन्होंने कहा, "मुझे बहुत दुख हुआ कि मैं यात्रा नहीं कर पाई, लेकिन जब दुर्घटना की खबर सुनी तो मैं स्तब्ध रह गई और ईश्वर का धन्यवाद किया।"
हालांकि, भूमि का दिल उन लोगों के लिए दुखी है जो इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे का शिकार हो गए। उनकी यह कहानी बताती है कि कभी-कभी जीवन की अनचाही रुकावटें भी किसी बड़े संकट से हमें बचा सकती हैं और इस बार, देरी ने किसी की जान बचा ली। ahmedabad mein plane crash | Ahmedabad Plane Crash | Air India Plane Crash | Plane Crash