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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: बिहार की वोटर लिस्ट को लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। मामला अब सिर्फ पटना तक सीमित नहीं रह गया, बल्कि देश की राजधानी दिल्ली में भी इस मुद्दे पर घमासान मचा हुआ है। संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष ने वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ियों और एसआईआर (Special Investigation Report) को लेकर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।शुक्रवार को कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष ने इस मुद्दे पर संसद मार्च निकाला, जिसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए। मार्च के दौरान नेताओं ने चुनाव आयोग की भूमिका और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े किए।
प्रियंका गांधी वाड्रा का तीखा हमला
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने चुनाव आयोग पर हमला बोलते हुए कहा, "उन्हें आरोपों का जवाब देना चाहिए। वो मतदाता सूची राजनीतिक दलों को उपलब्ध क्यों नहीं करा रहे हैं? इसमें पारदर्शिता होनी चाहिए। यह लोकतंत्र है, और सभी राजनीतिक दलों को उस जानकारी तक पहुंच होनी चाहिए। यह जानकारी क्यों नहीं दी जा रही है? प्रियंका गांधी के इस बयान ने विपक्षी दलों के तेवर और तीखे कर दिए हैं। कांग्रेस ने बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर सरकार पर लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया है।
सरकार बचाव की मुद्रा में, विपक्ष हमलावर
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इस मुद्दे पर सरकार अब तक संसद में खुलकर जवाब देने से बचती नजर आ रही है। विपक्ष की मांग है कि एसआईआर रिपोर्ट और बिहार की मतदाता सूची से जुड़ी पारदर्शिता के विषय पर संसद में विशेष चर्चा हो। वहीं सरकार इसे “राजनीतिक शिगूफा” करार दे रही है। बिहार की राजधानी पटना में भी इस मुद्दे पर विपक्षी दलों का धरना-प्रदर्शन जारी है। आरजेडी, कांग्रेस और वामपंथी दलों ने राज्य चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर मतदाता सूची में हेरफेर के आरोप लगाए हैं।
क्या है एसआईआर विवाद?
एसआईआर रिपोर्ट में वोटर लिस्ट में भारी अनियमितताओं और संदिग्ध बदलावों की बात सामने आने का दावा किया जा रहा है। विपक्ष का आरोप है कि कुछ इलाकों में वोटर लिस्ट से नाम काटे जा रहे हैं, जबकि कुछ जगहों पर "फर्जी नाम" जोड़े गए हैं।इस विवाद ने आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले सियासी हलचलें तेज कर दी हैं। यदि सरकार विपक्ष की मांग पर चर्चा नहीं करती है, तो यह मुद्दा आने वाले दिनों में और उग्र रूप ले सकता है। Bihar Voters Opinion
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