नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला ले लिया है। भारतीय सेना ने आज रात पाकिस्तान में घुसकर कई आतंकी ठिकाने को तबाह कर दिया। इस घटना में पाकिस्तानी सेना ने भी कार्रवाही की लेकिन वो पूरी तरह से फेल रहा। चीन के बलबूते धौंस दिखाने वाला पाकिस्तान उसी से गच्चा खा गया। चीनी निर्मित HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम उसके कोई काम नहीं आया। भारत ने अपनी उन्नत मिसाइलों और रणनीति के दम पर पाकिस्तान की हवाई रक्षा को ध्वस्त करते हुए चुन-चुनकर मिसाइलें गिराईं।
पाकिस्तान की नहीं, चीन भी हुआ फेल
HQ-9 चीन द्वारा विकसित एक लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जिसे China Precision Machinery Import-Export Corporation (CPMIEC) ने तैयार किया है। पाकिस्तान ने इसे 2021 में अपनी वायु रक्षा प्रणाली में शामिल किया था, ताकि भारत के राफेल, सुखोई और ब्रह्मोस जैसी एडवांस्ड हवाई ताक़तों का मुकाबला किया जा सके। इस मिसाइल सिस्टम की मारक क्षमता 125 से 200 किलोमीटर के बीच है और यह एक साथ 100 टारगेट्स को ट्रैक करने में सक्षम है।
भारत के S-400 एयर डिफेंस से होती है तुलना
पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ HQ-9 की तुलना अक्सर भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम से करते हैं, लेकिन तकनीकी रूप से HQ-9 अभी भी S-400 से काफी पीछे है। उदाहरण के तौर पर, जहां S-400 की रेंज 400 किलोमीटर है, वहीं HQ-9 की अधिकतम रेंज सिर्फ 200 किलोमीटर तक सीमित है। इसके अलावा, S-400 को तैनात करने में महज 5 मिनट लगते हैं, जबकि HQ-9 को पूरी तरह ऑपरेशनल करने में करीब 35 मिनट का समय लगता है।
सबसे अहम बात यह है कि HQ-9 का रडार सिस्टम ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने में अक्षम माना गया है, जो इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है।