नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क
भारत पर अमेरिका द्वारा लगाए गए 26 % टैरिफ के बाद से विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर हो रही है। विपक्ष सवाल पूछ रही हैं, कि आखिरकार दोस्ती कहां चली गई। विपक्ष का कहना है कि नरेंद्र मोदी के 'दोस्त' ट्रंप ने भारत पर 26% का टैरिफ लगा दिया है। इसको लेकर मोदी सरकार के खिलाफ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया गया।
आर्थिक नीतियों में बुरी तरह से फेल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 26 प्रतिशत रीप्रोकल टैरिफ लगाने जाने के विरोध में शुक्रवार को संसद परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। विपक्ष का कहना है कि ये भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए बुरी खबर है। साथ ही इस बात का सबूत है कि PM मोदी विदेश और आर्थिक नीतियों में बुरी तरह से फेल हो चुके हैं।
भारत पर अमेरिका का टैरिफ हमला
बता दें, दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद एक ऐसे फैसले कर रहे हैं, जिनका न सिर्फ अमेरिका की घरेलू राजनीतिक पर असर हो रहा है, बल्कि दुनिया में उनके फैसलों से प्रभावित हुई है। ट्रंप का ताजा फैसला रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने का है, जिसे वे अमेरिकी के मुक्ति दिवस के रूप में प्रचारित करके अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। अमेरिका ने उन देशों पर आयात शुल्क लगाने का फैसला किया है, जो अमेरिकी सामानों पर उच्च टैरिफ लगाते हैं। भारत, जो अमेरिका का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार है, भी इस नीति के दायरे में आ गया है। भारत पर 26% का "डिस्काउंटेड रेसिप्रोकल टैरिफ" लागू किया गया है, जिसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था और विभिन्न कारोबारों पर पड़ना तय है। निर्यातक संगठनों के महासंघ फियो ने कहा कि भारत पर लगाया गया 26 प्रतिशत अमेरिकी शुल्क निस्संदेह घरेलू कंपनियों को प्रभावित करेगा।