नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा ने बताया कि
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का 93 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और यह दो माह के भीतर शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मार्ग पर कुछ स्थानों पर स्थानीय लोगों की समस्याएं हैं, जिन्हें जल्द सुलझाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
यह जानकारी उन्होंने दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से देहरादून तक एक्सप्रेसवे के निरीक्षण के दौरान बागपत में दी। उनके साथ बागपत सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान और एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
निर्माण का निरीक्षण और समीक्षा बैठक
सुबह 10 बजे मंत्री मवीकलां स्थित ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे इंटरचेंज पर पहुंचे और वहां चल रहे निर्माण का निरीक्षण किया। इसके बाद हरी कैसल में एनएचएआई अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई, जहां उन्हें नक्शे और प्रगति की विस्तृत जानकारी दी गई।
एक साथ शुरू होगा पूरा एक्सप्रेसवे
पत्रकारों से बातचीत में हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि पूरा
एक्सप्रेसवे एक साथ शुरू किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि 20 स्थानों पर आ रही स्थानीय समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा।
सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान ने क्षेत्रीय समस्याएं उठाते हुए खेकड़ा में खेल स्टेडियम तक रास्ता बहाल करने और दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे पर सर्विस रोड बनाने की मांग की ताकि ग्रामीणों को परेशानी न हो। साथ ही उन्होंने मेरठ-बागपत-सोनीपत हाईवे को फोर लेन और बड़ौत में बाईपास देने की भी बात रखी।
दिल्ली से देहरादून अब ढाई घंटे में
213 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से दिल्ली से देहरादून की दूरी मात्र 2.5 घंटे में तय होगी। इसमें सबसे लंबा खंड 42.8 किलोमीटर बागपत से गुजरता है। एक्सप्रेसवे की शुरुआत दिल्ली के गीता कॉलोनी से और समापन देहरादून के आशारोड़ी में होगा।
एलिवेटेड रोड भी साथ में शुरू होगा
मंत्री ने बताया कि अक्षरधाम से खेकड़ा तक 31.6 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड भी
एक्सप्रेसवे के साथ ही शुरू किया जाएगा। यह हिस्सा पहले ही तैयार हो चुका है और अब जनता इसके खुलने का इंतजार कर रही है।
इस मौके पर एनएचएआई आरओ मोहम्मद सफी, पीडी नरेंद्र कुमार, सीगल कंपनी के पीडी माजिद खान, लाइजनिंग मैनेजर संजय वर्मा, और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।