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Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारतमाला परियोजना के तहत बन रहा दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे अब रफ्तार पकड़ चुका है। हरियाणा में 116 किलोमीटर लंबा हिस्सा तैयार हो गया है और इस पर वाहन दौड़ने लगे हैं। जम्मू-कश्मीर में भी कार्य लगभग पूरा हो चुका है, जबकि पंजाब में दिसंबर 2025 तक कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद दिल्ली से माता वैष्णो देवी, कटड़ा तक की यात्रा महज 6 घंटे में पूरी की जा सकेगी। पहले इस यात्रा में 12 से 13 घंटे तक लगते थे, अब यह महज एक दिन की यात्रा हो जाएगी।
हरियाणा में प्रमुख सड़कों से ऐसे कनेक्ट होंगे
गोहाना के गांव रुखी और गंगाना के पास एग्जिट और एंट्री पॉइंट बनाए गए हैं। एक्सप्रेसवे सोनीपत जिले के गोहाना से होकर गुजरता है और झज्जर, रोहतक, जींद, कैथल जिलों को जोड़ता है। रुखी से चढ़कर झज्जर के निलौठी गांव तक पहुंचा जा सकता है और फिर KMP एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली तक का सफर तय किया जा सकेगा। दिल्ली- कटड़ा एक्सप्रेसवे गंगाना से चढ़कर कैथल के खरक पांडवा तक पंजाब सीमा तक पहुंचाएगा।
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नए एक्सप्रेसवे ऐसे बेहतर होगा सफर
पहले दिल्ली से कटड़ा जाने के लिए GT रोड से अंबाला होते हुए जम्मू पहुंचा जाता था, जिसकी कुल दूरी 727 किलोमीटर थी। अब नया एक्सप्रेसवे बनने से यह दूरी घटकर 670 किलोमीटर रह जाएगी और समय में भी भारी कटौती होगी। एक्सप्रेसवे के दोनों ओर रेलिंग लगाई गई है ताकि जानवर न घुस सकें और वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। डिवाइडर पर पौधे लगाए गए हैं और उनकी सिंचाई के लिए सिस्टम भी तैयार किया गया है।
पंजाब और जम्मू में आगे क्या हो रहा है?
पंजाब में यह एक्सप्रेसवे पटियाला, संगरूर, लुधियाना, जालंधर, तरनतारन, अमृतसर और पठानकोट से गुजरते हुए जम्मू में प्रवेश करेगा। पंजाब में इसकी सबसे अधिक लंबाई होगी। दिल्ली-कटड़ा एक्सप्रेसवे न सिर्फ यात्रा को तेज और सुरक्षित बनाएगा, बल्कि धार्मिक पर्यटन, व्यापार और स्थानीय विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा। हरियाणा में इसका पूरा होना बड़ी उपलब्धि है और अब पूरे उत्तर भारत की कनेक्टिविटी को नया आयाम देने जा रहा है।