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ED Raid: दिल्ली से लखनऊ तक ताबड़तोड़ छापे, इन Real Estate कंपनियों के दफ्तर खंगाल रही एजेंसी

रियल एस्टेट से जुड़ी दो बड़ी कंपनियां ईडी के निशाने पर आ गई हैं। भूटानी ग्रुप और डब्ल्यूटीसी बिल्डर के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम छापेमारी कर रही हैं।

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Dhiraj Dhillon
ED RAID
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
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रियल एस्टेट से जुड़ी दो बड़ी कंपनियां ईडी के निशाने पर आ गई हैं। भूटानी ग्रुप और डब्ल्यूटीसी बिल्डर के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम छापेमारी कर रही हैं। छापेमारी की यह कार्रवाई दिल्ली -एनसीआर से लेकर लखनऊ तक चल रही है। टीम दोनों कंपनियों  के आफिस को खंगाल रही है। 
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लखनऊ में लेवाना साइबर हाइट्स पहुंची टीम

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को ईडी की टीम रियल एस्टेट कंपनी भूटानी ग्रुप के आफिस में छापेमारी करने पहुंची। विभूति खंड स्थित लेवाना साइबर हाइट्स में स्थित भूटानी समूह के कार्यालय में ईडी की टीम छानबीन कर रही है। इसके अलावा टीम ने भूटानी ग्रुप के नोएडा, दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत कई ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। 

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बायर्स के साथ धोखाधड़ी से जुड़ा है मामला

प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनो रियल एस्टेट कंपनियों पर छापेमारी की यह कार्रवाई बायर्सके साथ कथित धोखाधड़ी और मनी लॉड्रिंग से जुड़ा हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई डब्ल्यूटीसी बिल्डर, उसके प्रमोटर आशीष भल्ला और भूटानी समूह के खिलाफ की जा रही है।

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भूटानी ग्रुप पर पहले भी हुई हैं रेड

भूटानी ग्रुप पर जांच एजेंसी की रेड पहली नहीं है। इससे पहले भी कई बार कंपनी अलग-अलग जांच एजेंसियों के निशाने पर रही है। पिछले साल जनवरी में इनकम टैक्स (आईटी) विभाग की 40 टीमों ने नोएडा के चार बिल्डर्स पर टैक्स चोरी के लिए छापा मारा था। इसमें भूटानी ग्रुप का भी नाम था। छह दिन तक चली इस सर्च में आईटी विभाग के अधिकारियों ने 1,500 करोड़ रुपये का कैश पकड़ा था। 

दो पेन ड्राइव से मिले थे ये आंकड़े

आईटी रेड में अधिकारियों ने भूटानी ग्रुप के कर्मचारियों द्वारा छिपाई गई दो पेन ड्राइव भी पकड़ी थीं। पेन ड्राइव से प्राप्त आंकड़ों से पता लगा कि भूटानी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2019-20 से अब तक 595 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी स्वीकार की है। ग्रुप को वित्त वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 में 429 करोड़ रुपये की नकदी प्राप्त हुई थी। 

लॉजिक्स सिटी सेंटर का किया था अधिग्रहण

भूटानी इन्फ्रा ने नवंबर 2024 में पीएजी और लॉजिक्स समूह के प्रमोटरों से लगभग 1,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से वाणिज्यिक परियोजना 'लॉजिक्स सिटी सेंटर' का अधिग्रहण किया था। भूटानी ग्रुप की वेबसाइट पर दिए गए लॉजिक्स बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के नतीजों के मुताबिक, कंपनी को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 29.39 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। कंपनी की ऑपरेशंस से आय 21.70 करोड़ रुपये की थी। 

डब्ल्यूटीसी में हिस्सेदारी खरीदने से हाथ खींचा

इस महीने की शुरुआत में भूटानी इन्फ्रा ने डब्ल्यूटीसी ग्रुप में हिस्सेदारी खरीदने की योजना से हाथ पीछे खींच लिया था। साथ ही कहा था कि डब्ल्यूटीसी के मौजूदा, आने वाले, पूरे हो चुके और भविष्य के प्रोजेक्ट्स में भूटानी ग्रुप की कोई भूमिका नहीं होगी। भूटानी ग्रुप ने जुलाई 2024 में डब्ल्यूटीसी में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक एग्रीमेंट साइन किया था। 
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