मुंबई, आईएएनएस।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फेयरप्ले प्लेटफॉर्म के अवैध प्रसारण और ऑनलाइन सट्टेबाजी गतिविधियों की चल रही जांच के सिलसिले में चिराग शाह और चिंतन शाह को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की गईं। दोनों व्यक्तियों को विशेष न्यायालय (पीएमएलए) के समक्ष पेश किया गया। यहां से आरोपियों को 15 फरवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है।
यह जांच वायाकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा नोडल साइबर पुलिस, मुंबई में दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद शुरू की गई थी।
ऑनलाइन सट्टेबाजी में शामिल होने का भी आरोप
एफआईआर में फेयरप्ले और उसके सहयोगियों पर अवैध रूप से क्रिकेट और आईपीएल मैचों का प्रसारण करने के साथ-साथ ऑनलाइन सट्टेबाजी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
इस कार्रवाई से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व घाटा हुआ है। इस मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और कॉपीराइट अधिनियम, 1957 की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध शामिल हैं।
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फेयरप्ले के संचालन में भूमिका
ईडी की जांच से पता चला कि चिराग शाह और चिंतन शाह ने अपनी कंपनियों वोहलिग ट्रांसफॉर्मेशन प्राइवेट लिमिटेड और वोहलिग ट्रांसफॉर्मेशन एफजेडई एलएलसी, दुबई के माध्यम से आवश्यक तकनीकी सेवाएं और परिचालन सहायता प्रदान करके फेयरप्ले प्लेटफॉर्म के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इससे पहले, ईडी ने जून, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर 2024 में कई तलाशी अभियान चलाए थे, जिसके परिणामस्वरूप कई चल संपत्तियां, आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त और फ्रीज किए गए थे।
344 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई
ईडी द्वारा गत वर्ष 22 नवंबर, 26 दिसंबर और 15 जनवरी 2025 को अनंतिम कुर्की आदेश जारी किए गए थे। आज तक, कुर्क और जब्त की गई संपत्तियों का कुल मूल्य लगभग 344.15 करोड़ रुपये है।
जांच जारी है और ईडी अवैध गतिविधियों के तार को सुलझाने के लिए कोशिश कर रही है। जानकारी के अनुसार, जांच एजेंसी ने दोनों व्यक्तियों के कब्जे से कई महत्वपूर्ण सामग्री जब्त की है, जिससे पुख्ता सबूत जुटाए जा सकेंगे।