हुसैनाबाद (पलामू) वाईबीएन डेस्क | झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस और सुरक्षाबलों को लगातार दूसरे दिन बड़ी सफलता मिली है। पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र में सोमवार, देर रात सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ 15 लाख रुपये के इनामी नक्सली नेता नितेश यादव के दस्ते के साथ हुई, जिसमें नक्सली कमांडर तुलसी भुइयां मारा गया। सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक एसएलआर राइफल बरामद की है। यह ऑपरेशन पलामू पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया।
कमांडर तुलसी भुइयां की आपराधिक मामलों में संलिप्तता
पलामू पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा चलाए गए संयुक्त ऑपरेशन के दौरान यह मुठभेड़ जंगल इलाके में हुई। सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक एसएलआर (सेल्फ लोडिंग राइफल) भी बरामद की है। मारे गए नक्सली कमांडर तुलसी भुइयां पर कई गंभीर आपराधिक मामलों में संलिप्तता का आरोप था और वह लंबे समय से सुरक्षाबलों की निगरानी में था।
तलाशी अभियान अब भी जारी
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान अब भी जारी है, क्योंकि आशंका है कि नक्सली दल के अन्य सदस्य अब भी आसपास के क्षेत्रों में छिपे हो सकते हैं। ऑपरेशन की सफलता को नक्सल विरोधी अभियान की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। सुरक्षा बलों को इस अभियान में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। मुठभेड़ के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है।
नक्सली कमांडर मनीष यादव को मार गिराया
पुलिस ने भी घेराबंदी कर जवाबी फायरिंग की। इसके पहले सोमवार को पड़ोसी जिले लातेहार के नेतरहाट थाना क्षेत्र में पुलिस ने पांच लाख का इनामी भाकपा माओवादी नक्सली कमांडर मनीष यादव को मार गिराया था। इसके साथ ही 10 लाख के इनामी नक्सली कुंदन खरवार को गिरफ्तार किया गया। 24 मई को भी लातेहार के इचवार जंगल में हुई मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी पप्पू लोहरा और पांच लाख का इनामी प्रभात लोहरा मारे गए थे, जबकि एक घायलनक्सलीको गिरफ्तार किया गया था।
इसके पहले, 21 अप्रैल को झारखंड के बोकारो जिला अंतर्गत ललपनिया स्थित लुगू पहाड़ी इलाके में सुरक्षा बलों एवं पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी माओवादी कमांडर प्रयाग मांझी सहित आठ नक्सली मारे गए थे।
Naxal Encounter | Naxal Encounter Bijapur