रांची, आईएएनएस। झारखंड के चाईबासा जिला अंतर्गत छोटानागरा थाना क्षेत्र में
नक्सलियों द्वारा जमीन के नीचे लगाई गई आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) की चपेट में आने से सोमवार को झारखंड पुलिस बल का एक जवान घायल हो गया। उसे एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए रांची लाया गया है। घायल जवान का नाम मनोज कुमार दमाई है।
विस्फोट तब हुआ, जब सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन और पुलिस बल झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम जंगल में सर्च ऑपरेशन पर निकली थी।
एक करोड़ के इनामी के लिए चल रहा था ऑपरेशन
सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि एक करोड़ के इनामी
माओवादी अनल के दस्ते की छोटानागरा थाना क्षेत्र के जंगल में मूवमेंट है। सर्च के दौरान जवान मनोज कुमार दमाई का पैर जमीन के नीचे लगाए गए आईईडी पर पड़ा और इसके साथ ही विस्फोट हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे हेलीकॉप्टर के जरिए रांची लाया गया, जहां उसका प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज जारी है।
एसपी आशुतोष शेखर बोले- ऑपरेशन जारी
चाईबासा के एसपी आशुतोष शेखर ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि
नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। बीते 12 अप्रैल को इसी थाना क्षेत्र में आईईडी ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल हुए जवान सुनील धान की मौत हो गई थी, जबकि एक अन्य कांस्टेबल घायल हो गया था। इसके पहले मार्च महीने में चाईबासा के जराईकेला थाना क्षेत्र में भी नक्सलियों के बिछाए आईईडी की चपेट में आने से सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के एक असिस्टेंट कमांडेंट सहित सुरक्षा बल के तीन जवान घायल हो गए थे।
पिछले दो माह में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिलीं
पुलिस और सुरक्षा बलों की ओर से नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान लगातार सफलताएं भी हासिल हो रही हैं। अप्रैल महीने में सुरक्षा बलों ने चाईबासा के बाबूडेरा में जमीन के नीचे बनाए गए 11 बड़े बंकरों को नष्ट कर दिया था। इन बंकरों में नक्सलियों के शीर्ष नेता ठहरते थे। फरवरी और मार्च महीने में भी सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के छह डंप को नष्ट कर दिया था और हथियारों का जखीरा पकड़ा था। भाकपा माओवादी
नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ते सदस्यों के साथ सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय हैं। उनके खिलाफ सुरक्षाबलों द्वारा लगातार अभियान संचालित किया जा रहा है।