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जम्मू-कश्मीर में बाढ़ग्रस्त इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर जाते लोग।
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। पंजाब इस समय 1988 के बाद की सबसे खौफनाक बाढ़ से जूझ रहा है। भारी बारिश और हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू-कश्मीर से छोड़े गए पानी के करण राज्य की प्रमुख नदियां सतलुज, ब्यास और रावी उफान पर हैं। पंजाब में बाढ़ से अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि साढ़े तीन लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। राज्य के सभी 23 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के बाद कई जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। अनंतनाग, बडगाम और पुलवामा जिलों में रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है। उधर, केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने बताया कि देश की 21 नदियों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है, जबकि 33 अन्य नदियां सामान्य स्तर से ऊपर बह रही हैं
पंजाब में खेत डूबे, फसलें पूरी तरह तबाह
पंजाब में बाढ़ की वजह से 1.48 लाख हेक्टेयर से ज्यादा फसलें तबाह हो चुकी हैं। किसानों को पशुधन का भारी नुकसान हुआ है। सैकड़ों मवेशी बाढ़ के पानी में बह गए। कई इलाकों में खेत तालाब और झील में बदल चुके हैं। खेतों में कई-कई फीट पानी भरा हुआ है। उड़ता पंजाब की जगह चारों तरफ डूबता पंजाब ही नजर आ रहा है। इस बीच आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार को पंजाब में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
#WATCH जम्मू-कश्मीर: भद्रवाह, डोडा में लगातार तीसरे दिन बारिश जारी है। pic.twitter.com/KkytN4RqwG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 4, 2025
जम्मू-कश्मीर में बाढ़ से स्थिति गंभीर
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के बाद कई जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। अनंतनाग, बडगाम और पुलवामा जिलों में रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से हजारों निवासियों को निकालकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए, प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कश्मीर में सभी शैक्षणिक संस्थान 4 सितंबर को बंद रखने का फैसला लिया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और संभागीय आयुक्त (कश्मीर) अंशुल गर्ग ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की। उपराज्यपाल सिन्हा ने वरिष्ठ अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ बचाव और राहत उपायों की समीक्षा की और राजौरी के सुंदरबनी क्षेत्र के कांगड़ी गांव में हुई त्रासदी पर शोक व्यक्त किया।
देश में 21 नदियां बाढ़ग्रस्त
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने बताया कि दिल्ली स्थित एक निगरानी केंद्र सहित अन्य निगरानी केंद्रों ने सूचना दी कि 21 नदियों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है जबकि 33 अन्य नदियां सामान्य स्तर से ऊपर बह रही हैं। जिन 21 नदियां बाढ़ की गंभीर चपेट में हैं, उनमें बिहार में नौ, उत्तर प्रदेश में आठ और दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल और झारखंड में एक-एक नदी शामिल है। जिन 33 नदियों का जलस्तर सामान्य से अधिक है, उनमें उत्तर प्रदेश में नौ, बिहार में सात, असम में सात, उत्तराखंड में दो, ओडिशा में दो, तेलंगाना में दो और आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान तथा पश्चिम बंगाल में एक-एक नदी है।
उत्तरी पहाड़ी राज्य हाई अलर्ट पर
उत्तरी पहाड़ी राज्य हाई अलर्ट पर हैं। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बहुत भारी से लेकर अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है तथा ब्यास, सतलुज, चिनाब, रावी, अलकनंदा और भागीरथी नदियों में जलस्तर अचानक बढ़ने की आशंका है। जम्मू-कश्मीर में चिनाब, तवी, झेलम और सिंधु घाटियों में बाढ़ का खतरा अधिक है, विशेषकर किश्तवाड़, डोडा, कठुआ, अनंतनाग और पुलवामा जिलों में। floods | Flood Relief Punjab | Flooding 2025 | flash flood in chamoli | flash floods in uttarkashi | Flood Affected Areas | India flood crisis 2025