नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
S. Jaishankar UAE Visit: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर सोमवार को तीन दिवसीय यात्रा के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) गए हैं। सोमवार को वे यूएई के लिए रवाना हुए। जयशंकर अबू धाबी में आयोजित रायसीना मिडिल ईस्ट कॉन्क्लेव में शामिल होंगे। इस दौरे से भारत-यूएई संबंधों को और नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है।
विदेश मंत्री की UAE यात्रा के मायने क्या हैं?
विदेश मंत्री एस. जयशंकर 27 से 29 जनवरी तक यूएई के दौरे पर रहेंगे। एस जयशंकर के यूएई दौरे का उद्देश्य भारत और यूएई के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना और द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देना है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस दौरान यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच आपसी साझेदारी को और गहरा करने के लिए नए अवसरों पर भी चर्चा होगी।
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इजराइल-हमास युद्धविराम पर होगी चर्चा
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "विदेश मंत्री जयशंकर की यह यात्रा भारत-यूएई संबंधों को नई ऊर्जा प्रदान करने और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का अवसर है।" जयशंकर की इस यात्रा के दौरान इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम के बाद गाजा की मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा की संभावना है।
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मजबूत हुए UAE-India के रिश्ते
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2015 में यूएई की ऐतिहासिक यात्रा के बाद से भारत और यूएई के संबंध काफी मजबूत हुए हैं। 2022 में दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर होने के बाद व्यापार और निवेश में बड़ा इजाफा देखा गया है। आपको बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात भारत के सबसे बड़े रणनीतिक साझेदारों में से एक है।
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