नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान पाकिस्तान का साथ देना तुर्किए को भारी पड़ गया है। भारत के लोगों ने पाकिस्तान के समर्थक तुर्किए के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। भारत में बॉयकॉट तुर्किए कैंपेन जोर पकड़ने लगा है। अब एक-एक कर तुर्किए की चीजों का बहिष्कार किया जा रहा है। अब अजमेर के सेब व्यापारियों ने तुर्की के सेबों का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
तुर्किए ने भारत को दिया धोखा?
फरवरी 2023 में जब तुर्किए विनाशकारी भूकंप से जूझ रहा था, तब भारत सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाने वाला देश बना। ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत भारत ने न केवल राहत सामग्री भेजी, बल्कि एनडीआरएफ और सेना की टीमें भी वहां जाकर लोगों की जान बचाने में जुट गईं। लेकिन अब तुर्की के रवैये से भारत में नाराज़गी है। भारत की मदद के बावजूद तुर्की ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया है, जो भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति के ठीक विपरीत है। यही कारण है कि तुर्की के प्रति भारतीयों के भाव बदलने लगे हैं।
बॉलीवुड ने दिखाया सख्त रुख
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री, जिसने कई फिल्मों की शूटिंग तुर्की के खूबसूरत शहर इस्तांबुल में की है, अब वहां शूटिंग करने से पीछे हट रही है। "बॉयकॉट तुर्की" का ट्रेंड सोशल मीडिया पर ज़ोर पकड़ रहा है और आने वाले समय में बॉलीवुड द्वारा तुर्की के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने की संभावना है।
पर्यटन उद्योग भी पीछे हटा
भारतीय ट्रेवल एजेंसियों ने अब तुर्किए के टूर पैकेज रद्द करने शुरू कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 15,000 से ज्यादा यात्राएं रद्द कर दी गई हैं। जबकि साल 2024 में 3.3 लाख भारतीय पर्यटक तुर्की घूमने गए थे। इस कदम से तुर्की की टूरिज़्म इंडस्ट्री को बड़ा आर्थिक झटका लग सकता है।
सुरक्षा मंजूरी रद्द, व्यापार पर असर
भारत सरकार ने तुर्किए की ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी "सेलेबी" की सुरक्षा मंजूरी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी है। यह कंपनी भारत के कई हवाई अड्डों पर सक्रिय थी। इसके अलावा, भारत-तुर्किए के बीच हुए कई व्यापारिक समझौते भी भारत ने वापस ले लिए हैं।
तुर्किए से मार्बल आयात पर रोक
राजस्थान के उदयपुर में व्यापारियों ने तुर्की से मार्बल का आयात बंद करने का ऐलान कर दिया है। उदयपुर मार्बल प्रोसेसर्स कमेटी के अध्यक्ष कपिल सुराना ने कहा कि जब तक तुर्की पाकिस्तान का समर्थन करता रहेगा, भारत से कोई व्यापारी उससे व्यापार नहीं करेगा। भारत में इस्तेमाल होने वाले मार्बल का 70% हिस्सा तुर्की से आता है, ऐसे में यह फैसला तुर्की को आर्थिक रूप से तगड़ा संदेश देने वाला है।
भारत का सख्त संदेश
सरकार और आम जनता, दोनों ने तुर्किए के रवैये को लेकर एकजुटता दिखाई है। भारत का स्पष्ट संदेश है- जो देश आतंकवाद का समर्थन करेगा, उससे किसी भी स्तर पर सहयोग नहीं किया जाएगा। अब यह सिर्फ सरकार की नीति नहीं, बल्कि देशवासियों का संकल्प बन चुका है।
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