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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने रविवार तड़के आंध्र प्रदेश के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV-C61 रॉकेट के जरिए EOS-09 (Earth Observation Satellite-09) का प्रक्षेपण किया गया, लेकिन तीसरे चरण में सेटेलाइट की फंक्शनिंग में कुछ दिक्कत आने के कारण मिशन पूरा नहीं हो सका। इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने इसरो यूटयूब चैनल के जरिए यह जानकारी दी। यह उपग्रह सोलर सिंक्रोनस पोलर ऑर्बिट (SSPO) में स्थापित किया जाना था। इसरो प्रमुख ने कहा है कि विश्लेषण के बाद पूरी जानकारी दी जाएगी।
#WATCH श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश | PSLV-C61 के प्रक्षेपण पर इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने कहा, "...तीसरे चरण के संचालन के दौरान हम एक अवलोकन देख रहे हैं, मिशन पूरा नहीं हो सका। विश्लेषण के बाद हम वापस आएंगे..."
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 18, 2025
(सोर्स: इसरो यूट्यूब) pic.twitter.com/3IN4ARfvpo
शनिवार सुबह शुरू हुई थी उल्टी गिनती
ISROके इस मिशन की उलटी गिनती शनिवार सुबह 7:59 बजे शुरू हुई थी, और 22 घंटे के बाद रविवार सुबह 5:59 बजे लॉन्च किया गया। यह PSLV सीरीज का 63वां और ISRO का कुल 101वां मिशन है।EOS-09 का उपयोग आपदा प्रबंधन, कृषि, वन निगरानी और पर्यावरण संबंधी गतिविधियों में किया जाना था।इस सेटेलाइट को किसी भी मौसत की सटीक और उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरे लेने के लिए सक्षम बनाया गया था।
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#WATCH श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश | इसरो ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV-C61 का प्रक्षेपण किया जो EOS-09 (पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-09) को SSPO कक्षा में ले जाएगा। pic.twitter.com/OdsUhXtRV9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 18, 2025
सेटेलाइट से होने थे यह लाभ
ISRO के मुताबिक, यह सैटेलाइट देश के प्राकृतिक संसाधनों की निगरानी, फसल पैटर्न की पहचान और मौसम संबंधित आपदाओं की सटीक जानकारी के लिए लांच किया गया था। दूसरे चरण तक सेटेलाइट का संचालन सामान्य रहा, लेकिन जैसे ही सेटेलाइट ने तीसरे चरण में प्रवेश किया, संचालन असामान्य हो गया और मिशन पूरा नहीं हो सका। इसरो के वैज्ञानिक लांचिंग में आई इस दिक्कत के बारे में समीक्षा कर रहे हैं।
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