नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
Delhi News: दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास के पास 500 रुपये के जले हुए नोटों के बंडल मिलने का मामला गंभीर रूप लेता जा रहा है। उनके फोन कॉल्स के साथ ही व्हाट्स कॉल की भी जांच की जा रही है। इस बात की जानकारी Delhi High Court के चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना को सौंपी गई रिपोर्ट में दी है।
छह माह की कॉल डिटेल खंगाल रही स्पेशल सेल
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सितंबर, 2024 तक की कॉल डिटेल निकालकर जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि पिछले छह माह के दौरान जस्टिस वर्मा ने किन- किन लोगों से बात की। आईपीडीआर की डिटेल भी निकाली जा रही है। दरअसल व्हाट्स एप कॉल डिटेल की जानकारी आईपीडीआर डिटेल में ही मिलती है।
दो दिन पहले मिले थे अधजले नोट
जस्टिस वर्मा का मामला उस समय गंभीर मोड़ पर पहुंच गया जब 22 मार्च 2025 को दिल्ली पुलिस को सूचना मिली कि जस्टिस आवास के पास अधजले और फटे नोट पड़े हैं। जांच एजेंसियों ने मौके से सबूत जुटाए और फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू कर दी। वीडियो में 500 रुपये के अधजले नोट दिखाई दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस और फायर ब्रिगेड द्वारा जुटाए गए सबूतों को अपनी वेबसाइट पर साझा किया है।
ईडी और आयकर विभाग भी कर रहे जांच
मामले की जांच में दिल्ली पुलिस, ईडी और आयकर विभाग जुटे हुए हैं। वे नोटों के स्रोत और जलाने के पीछे की वजह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, जस्टिस वर्मा की ओर से अब तक कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है। सूत्रों के अनुसार, मामला उनके निजी जीवन या कार्यक्षेत्र से जुड़ा नहीं लग रहा है। जांच एजेंसियां इस घटना को काले धन को नष्ट करने की साजिश या किसी अन्य अपराध से जोड़कर देख रही हैं। जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।