नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Kailash Mansarovar Yatra 2025: सिक्किम के नाथुला दर्रे से कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर से शुरू होने जा रही है। पांच साल के लंबे अंतराल के बाद इस पवित्र यात्रा का आयोजन किया जा रहा है, जिसे लेकर तैयारियां पूरे जोर-शोर से की जा रही हैं। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पुनर्वास केंद्र, चिकित्सा सहायता और अन्य जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। प्रशासन यात्रा को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए लगातार निगरानी कर रहा है। सरकार की इस पहल से सिक्किम के लोग गदगद हैं।
सीमावर्ती क्षेत्र में बुनियादी सुविधाएं तैयार
भारत-चीन सीमा के पास स्थित नाथुला मार्ग पर यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास किया जा रहा है। निर्माण कार्य के प्रभारी सुनील कुमार ने जानकारी दी कि मार्ग के किनारे दो अनुकूलन केंद्र बनाए जा रहे हैं, एक 16वें मील (10,000 फीट) पर और दूसरा कुपुप रोड (14,000 फीट) पर हंगू झील के पास। इन केंद्रों में चिकित्सा सुविधा, कार्यालय, रसोई और ठहरने के लिए भवन होंगे, जिनकी क्षमता 50-60 लोगों की होगी।
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कोविड के बाद से नहीं हुई यात्रा
कोविड-19 महामारी के कारण 2019 से बंद
कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर से शुरू होने जा रही है। इस वर्ष यात्रा जून से अगस्त तक सिक्किम के नाथुला दर्रे के रास्ते संचालित होगी। यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है और सीमावर्ती क्षेत्रों में तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं।
स्थानीय लोगों और नेताओं ने किया स्वागत
2016 की यात्रा में शामिल हो चुके आईके रसैली सहित स्थानीय निवासियों ने यात्रा की बहाली का स्वागत किया है। काबी लुंगचोक के विधायक थिनले शेरिंग भूटिया ने केंद्र और राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि सिक्किम एक शांतिपूर्ण राज्य है और तीर्थयात्रियों के लिए सबसे सुरक्षित मार्ग प्रदान करता है।