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Karipur plane crash को 5 साल: पीड़ितों की लड़ाई जारी

7 अगस्त 2020 को केरल के करिपुर एयरपोर्ट पर एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान IX 1344 लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसलकर खाई में गिर गई थी। यह विमान वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से आ रहा था और उसमें 190 यात्री सवार थे।

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Ranjana Sharma
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केरल,वाईबीएन डेस्क: आज से ठीक पांच साल पहले 7 अगस्त 2020 को केरल के करिपुर एयरपोर्ट पर एक दर्दनाक हादसा हुआ था, जब एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान IX 1344 रनवे पर लैंडिंग के दौरान फिसलकर करीब 35 फीट गहरी खाई में जा गिरी थी। यह विमान दुबई से वंदे भारत मिशन के तहत भारतीय यात्रियों को लेकर लौट रहा था, जिसमें 190 लोग सवार थे। विमान तीन टुकड़ों में टूट गया और हादसे में दोनों पायलट समेत 21 लोगों की जान चली गई, जबकि 169 यात्री घायल हुए थे।

हादसे के बाद दिखी इंसानियत की मिसाल

हादसे के तुरंत बाद आसपास के स्थानीय लोग बिना किसी डर या हिचकिचाहट के बचाव में कूद पड़े। उन्होंने लगातार बारिश और संभावित विस्फोट के खतरे के बावजूद घायल यात्रियों को निकालकर ऑटो और ट्रकों की मदद से मलप्पुरम और कोझिकोड के अस्पतालों में पहुंचाया। इस मानवीय साहस की देश-दुनिया में खूब सराहना हुई और कई जिंदगियां समय रहते इलाज मिलने से बच सकीं।

जांच रिपोर्ट में पायलट की गलती आई थी सामने 

लंबी जांच के बाद विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की रिपोर्ट में हादसे के लिए मुख्य रूप से पायलट की गलती को जिम्मेदार ठहराया गया। रिपोर्ट के अनुसार, कैप्टन दीपक साठे ने खराब दृश्यता और सह-पायलट की चेतावनियों के बावजूद मैन्युअल लैंडिंग का निर्णय लिया, जबकि कोच्चि या कोयंबटूर जैसे वैकल्पिक और सुरक्षित हवाईअड्डे मौजूद थे। साथ ही रिपोर्ट ने करिपुर एयरपोर्ट के टेबलटॉप रनवे और वहां की अवसंरचना की सीमाओं पर भी सवाल उठाए।

मुआवजे को लेकर अब भी संघर्ष जारी

हादसे के पांच साल बाद भी कई पीड़ित और उनके परिवार न्याय और उचित मुआवजे के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एयर इंडिया ने भले ही शुरुआती मुआवजा राशि दी थी, लेकिन कई लोगों का आरोप है कि इसके बाद चिकित्सा सहायता रोक दी गई। 100 से अधिक घायल अब भी इलाज करवा रहे हैं, जबकि कुछ लोग स्थायी रूप से विकलांग हो चुके हैं। कई पीड़ितों ने नागरिक उड्डयन अधिनियम की धारा 128 एसडीआर के तहत न्यायालयों का रुख किया है, जो उचित मुआवजे का प्रावधान करता है। उन्हें 10 से 15 लाख रुपये की सीमित पेशकश से असंतोष है और वे जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। कई केस अब भी अदालतों में लंबित हैं।

हादसे ने उठाए सुरक्षा पर सवाल

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करिपुर विमान हादसा केरल के इतिहास की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक माना जाता है। इसने न केवल टेबलटॉप रनवे की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई, बल्कि यह भी दिखाया कि संकट के समय में आम लोग कितनी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। Plane Crash | Air India   Dangerous runway incident | Heavy rain accident 

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