काशी तमिल संगम के तीसरे संस्करण का शनिवार को वाराणसी में शुभारंभ हो गया।काशी तमिल संगम के तीसरे संस्करण का का शुभारंभ बाबा विश्वनाथ की पावन नगरी में नमो घाट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कर कमलों से किया। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रयागराज महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं को रूख अब बाबा विश्वनाथ की नगरी की ओर हो चला है। वाराणसी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के बीच वाराणसी का हवाई सर्वेक्षण भी किया।
योगी बोले- मोदी के विजन को आगे बढ़ाने का महायज्ञ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी हूं, जिनके नेतृत्व में लगातार तीसरी बार काशी तमिल संगमम का बाबा विश्वनाथ की पावन धरा पर शुभारंभ हो रहा है। ये हमारे लिए एक भारत, श्रेष्ठ भारत के प्रधानमंत्री मोदी के विजन को आगे बढ़ाने के महायज्ञ का एक भाग है। यह आयोजन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन महाकुंभ प्रयागराज में चल रहा है।"
दक्षिण भारत से आएंगे 1200 लोग
काशी तमिल संगमम के लिए दक्षिण भारतीयों के छह ग्रुप काशी पहुंच रहे हैं। पहला ग्रुप शुक्रवार को काशी पहुंच गया था। यह कार्यक्रम 24 फरवरी तक चलेगा। वारणसी के जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि उत्तर और दक्षिण भारत की संस्कृति को एक मंच पर लाने के लिए हो रहे इस आयोजन में केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. एल मुरुगन भी शामिल हुए। जिलाधिकारी ने बताया कि संगमम में 200-200 के ग्रुप में कुल 1200 लोग दक्षिण भारत से आएंगे। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छात्र, शिक्षक, लेखक, किसान, कारीगर, उद्यमी, कलाकार वाराणसी पहुंचे हैं।
दक्षिण भारत के ग्रुप मठ मंदिरों का करेंगे भ्रमण
तमिल से आने वाले दल के सदस्य बाबा विश्वनाथ की नगरी में प्रमुख मठ मंदिरों का भ्रमण करेंगे। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। इसके साथ ही प्रयागराज महाकुंभ जाकर संगम तट पर स्नान करेंगे और अयोध्या जाकर श्रीरामलला के दर्शन भी करेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि काशी तमिल संगमम-3.0 की थीम ऋषि अगस्त्य और महाकुंभ 2025 है। तमिल से आने वालों को ऋषि अगस्त्य की जन्मस्थली अगस्त्य कुंडा ले जाया जाएगा।
नमो घाट पर कुल 75 स्टॉल लगाए गए हैं
नमोघाट पर काशी और तमिल के कुल 75 स्टॉल लगाए गए हैं। कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित होने वाले एकेडमिक कार्यक्रम काशी हिंदू विश्वविद्यालय में होंगे। इन कार्यक्रमों का आयोजनआईआईटी बीएचयू और आईआईटी मद्रास मिलकर कर रहे हैं। काशी तमिल संगमम- 3.0 के लिए वाराणसी में बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं।