नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। बेंगलुरु में बुधवार को RCB की जीत का जश्न मनाने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए हादसे के बाद प्रयाग राज का कुंभ मेला ट्रेंड किया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री क्रिकेट प्रेमियों की अनियंत्रित भीड़ के कारण मची भगदड़ के तुरंत बाद कहा था कि ऐसे हादसे तो होते रहते हैं। इसके बाद उनकी आलोचना शुरू हो गई। लेकिन एक घंटे के भीतर मुख्यमंत्री द्वारा भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 33 के घायल होने की पुष्टि करते ही सोशल मीडिया पर कुंभ मेला ट्रेंड होने लगा। एक सज्जन ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य के कुंभ हादसे पर किए गए ट्वीट को भी अटैच कर दिखाया है।
सिद्दरमैया ने एक घंटे में बता दिया, योगी ने 16 घंटे तक छिपाए रखा
एक व्यक्ति ने एक्स पर ट्वीट किया, 'कर्नाटक मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने एक घंटे के अंदर बताया कि भगदड़ में 11 लोग अपनी जान गंवा चुके, 33 घायल हैं। लेकिन योगी ने कुंभ में हुए हादसे को 16 घंटे दबाकर रखा, कितने गायब हुए कितने मरे सारी जानकारी दबा दी।'
कुंभ में अब तक देश को नहीं पता कि कितने मरे
आवेश तिवारी ने किसी को उत्तर देते हुए लिखा, 'कुंभ में अब तक देश नहीं जान पाया कि कितने मरे? कितनों को मुआवजा मिला। दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कितने मरे यह छिपाने के लिए अस्पताल के बाहर सुरक्षा बल लगा दिए गए।'
यह उनके राज में हुआ जो कुंभ की घटना पर ज्ञान दे रहे थे
सुशांत सिन्हा ने ट्वीट किया है, 'बेंगलुरु में दुखद भगदड़ की खबर आ रही है। कई घायल हैं, जानें भी गई हैं। ये उनके राज में हुआ है जो अभी कुछ दिन पहले ही कुंभ में करोड़ों की भीड़ मैनेज करने पर और महीने भर से ज्यादा के कार्यक्रम में एक घटना पर ज्ञान दे रहे थे। ख़ुद कुछ लाख फैन्स की भीड़ ना सम्भाल पाने वाले करोड़ों की भीड़ मैनेज कैसे करते हैं, इसका ज्ञान बांट रहे थे। घटना वह भी दुखद थी, यह भी दुखद है लेकिन उससे ज्यादा दुखद है मोदी योगी के विरोध में होने वाली पॉलिटिक्स।'