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Manipur CM Resign: बीरेन सिंह के इस्तीफे के पीछे क्या है रणनीति?

Manipur CM Resign: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद सियासी बवाल तेज हो गया है, विपक्ष की तमाम राजनीतिक पार्टियां इस मामले पर हमलावर हैं। इस बवाल की वजह ये है कि बीरेन सिंह का ये इस्तीफा राज्य में दो साल से जारी हिंसा के बाद आया है।

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Kamal K Singh
BIREN SINGH ISTEEFA
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नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। 

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मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद सियासी बवाल तेज हो गया है, विपक्ष की तमाम राजनीतिक पार्टियां इस मामले पर हमलावर हैं। इस बवाल की वजह ये है कि बीरेन सिंह का ये इस्तीफा राज्य में दो साल से जारी हिंसा के बाद आया है। जिसके बाद सवाल उठता है कि बीरेन सिंह का ये इस्तीफा पहले क्यों नहीं आया, और अगर अब आया है तो इसकी वजह क्या है। आपको बता दें कि मई 2023 से मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच संघर्ष चल रहा है, जिसमें अब तक 250 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। 

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बिरेन सिंह के इस्तीफे में देरी की वजहें

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बिरेन सिंह अभी पद नहीं छोड़ना चाहते थे लेकिन राजनीतिक कारणों ने उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया, तो आइए समझते हैं कि बिरेन सिंह के इस्तीफे की मुख्य वजह क्या है।

राजनीतिक दबाव और अविश्वास प्रस्ताव: मुख्यमंत्री के इस्तीफे से पहले कांग्रेस पार्टी उनके खिलाफ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही थी। इसके अलावा भाजपा के अंदर भी असंतोष पनप रहा था और कुछ विधायकों ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। इस राजनीतिक दबाव ने इस्तीफे को अपरिहार्य बना दिया।

केंद्रीय नेतृत्व से सलाह-मशविरा: इस्तीफा देने से पहले एन. बिरेन सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इन मुलाकातों के बाद ही उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया, जिससे पता चलता है कि पार्टी के उच्च नेतृत्व से सलाह-मशविरा करने के बाद ही यह कदम उठाया गया।

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इस्तीफे का मतलब

एन. बीरेन सिंह का इस्तीफा मणिपुर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह राज्य में चल रहे जातीय संघर्ष और राजनीतिक अस्थिरता के प्रति सरकार की प्रतिक्रिया को दर्शाता है। अब नए नेतृत्व के सामने सबसे बड़ी चुनौती राज्य में शांति और स्थिरता बहाल करना होगी। इसके अलावा यह इस्तीफा भाजपा के लिए राज्य में अपनी छवि सुधारने और जनता का विश्वास जीतने का एक अवसर है।

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एन. बीरेन सिंह का इस्तीफा मणिपुर की जटिल राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों का नतीजा है और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि नया नेतृत्व इन चुनौतियों का सामना कैसे करता है।

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