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श्रीनगर, वाईबीएन डेस्क।श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश व मौसम की खराबी को देखते हुए सावधानीवश माता वैष्णो देवी की यात्रा को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल के जरिए यह जानकारी दी है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बोर्ड ने श्रद्धालुओं से आधिकारिक संचार माध्यमों के माध्यम से अपडेट रहने का अनुरोध किया। पोस्ट में लिखा था, "भवन और ट्रैक पर लगातार बारिश के कारण 14 सितंबर से शुरू होने वाली श्री माता वैष्णो देवी यात्रा अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है।
बारिश के कारण भूस्खलन
पिछले दिनों यात्रा मार्ग में हुई भीषण हादसे के बाद प्रशासन फूक-फूक कर कदम उठा रहा है। अधिकारियों ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए कहा कि लगातार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है और मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते ब्लॉक हो गए हैं, जिससे तीर्थयात्रियों के लिए आवाजाही असुरक्षित हो गई है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भी भूस्खलन और सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के कारण कई जगहों पर बाधित है, जिससे संपर्क और भी जटिल हो गया है। लंबे समय तक यात्रा स्थगित रहने से श्रद्धालुओं में निराशा है। वहीं यात्रा पर निर्भर स्थानीय व्यवसायों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया
इससे पहले श्राइन बोर्ड ने यात्रा के अस्थायी निलंबन के दौरान श्रद्धालुओं के धैर्य और समझदारी के लिए उनका आभार व्यक्त किया और कहा, "यात्रा का फिर से शुरू होना हमारी सामूहिक आस्था और दृढ़ता की पुष्टि है और बोर्ड इस पवित्र तीर्थयात्रा की पवित्रता, सुरक्षा और गरिमा को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।"
भूस्खलन के बाद वैष्णो देवी यात्रा स्थगित
बता दें कि जम्मू संभाग में 26 अगस्त को अत्यधिक खराब मौसम के दौरान माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर भूस्खलन होने से 35 से अधिक तीर्थयात्रियों की जान चली गई थी और 10 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इसके कारण माता वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी गई थी। कटरा में पिछले दिनों हुए भूस्खलन के बाद प्रशासन ने होटल और धर्मशालाओं को खाली करने का आदेश जारी किया था। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तीन दिन बाद माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर अर्धकुंवारी के पास हुए भूस्खलन की घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति के गठन का आदेश दिया था।