बीजापुर, वाईबीएन डेस्क| छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों की कायराना हरकत सामने आई है, जहां उन्होंने दो निर्दोष ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने रविवार,22 जून को इस घटना की पुष्टि की है। पुलिस को आशंका है कि दोनों को मुखबिरी के शक में निशाना बनाया गया है। घटना शनिवार रात पामेड़ थाना क्षेत्र के सेंड्राबोर और अम्पुर गांव में हुई।
मृतकों की पहचान
छत्तीसगढ़के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक आत्मसमर्पित नक्सली और एक ग्रामीण की बेरहमी से हत्या कर दी। मृतकों में सम्मैया सुनम शामिल है, जो सेंड्राबोर गांव का रहने वाला था और पहले माओवादी संगठन में सक्रिय था। उसने जनवरी 2025 में जारपल्ली क्षेत्रीय कमेटी (RPC) सदस्य के पद से आत्मसमर्पण किया था। दूसरे मृतक की पहचान वेको देवा उर्फ लखमा के रूप में हुई है, जो अम्पुर गांव का निवासी था। नक्सलियों ने दोनों को मुखबिरी के शक में मौत के घाट उतार दिया।
टारगेट कर मौत के घाट उतार दिया
पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार, यह वारदात पामेड़ थाना क्षेत्र के सेंद्राबोर और आमपुर गांव में हुई। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने दोनों ग्रामीणों को टारगेट कर मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, हत्या के पीछे की स्पष्ट वजह का अभी खुलासा नहीं हुआ है। बीजापुर एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने बताया कि ग्रामीणों की हत्या की सूचना मिली है और मामले की पुष्टि के लिए जांच जारी है।
सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया
पुलिस ने क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। यह घटना क्षेत्र में फैले नक्सली नेटवर्क और उसकी हिंसक गतिविधियों की गंभीरता को एक बार फिर उजागर करती है। बीजापुर जिला, जो पहले से ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र माना जाता है, एक बार फिर हिंसा की चपेट में आ गया है। इस वारदात ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है, वहीं प्रशासन लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है।
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