Advertisment

Panchkula suicide case: कर्ज में डूबे परिवार का दुखद अंत, बैंक अधिकारी जांच के घेरे में

पंचकूला सेक्टर-27 में कर्ज में डूबे परिवार का दुखद अंत के मामले में स्क्रैप बिजनेस में घाटा, कर्ज का दबाव और बैंक की सख्ती सामने आई है। पुलिस बैंक अधिकारी की भूमिका की भी जांच कर रही है।

author-image
Dhiraj Dhillon
Seven members of a family commit suicide in Panchkula- File Photo

Photograph: (Google)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Panchkula suicide case: पंचकूला सेक्टर-27 में एक ही परिवार के सात सदस्यों द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में नई परतें खुलती जा रही हैं। इस दर्दनाक घटना की तह में आर्थिक तंगी, लोन का दबाव और बिजनेस में घाटा शामिल हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक प्रवीन मित्तल के पास पंचकूला सेक्टर-19 और बलटाना में दो फ्लैट थे, जिन्हें उन्होंने करीब एक करोड़ रुपये के बैंक लोन के बदले गिरवी रखा था, जबकि इनकी बाजार कीमत करीब 70 लाख रुपये बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि बद्दी और पंचकूला में स्क्रैप के कारोबार में भारी घाटा झेलने के बाद प्रवीन लोन की किस्तें चुका नहीं पा रहे थे। बैंक अधिकारी लगातार दबाव बना रहे थे। यहां तक कि एक अधिकारी उनके ससुराल पिंजौर तक पहुंच गया था। पुलिस इस अधिकारी से पूछताछ की तैयारी कर रही है।

Advertisment

देहरादून में भी बिजनेस में घाटा, फाइनांसरों का अलग दबाव

प्रवीन ने देहरादून में कन्फेक्शनरी का व्यापार शुरू किया था, जिसमें नुकसान होने के बाद फाईनेंसर्स का दबाव और बढ़ गया। कर्ज से बचने के लिए प्रवीन कभी पिंजौर, कभी खरड़ और कभी पंचकूला में छुपकर अपने परिवार के साथ रह रहा था। राकेश गुप्ता ने बताया कि वह हर महीने 12 हजार रुपये किराया देने के साथ और भी आर्थिक मदद भी कर रहे थे। प्रवीन की हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि वह सकेतड़ी के दो कमरों के मकान में भी केवल 25 दिन रह पाया। ससुर राकेश गुप्ता के अनुसार उन्होंने प्रवीन को कारोबार शुरू करने के लिए पांच लाख रुपये दिए गए थे, पर उसका कोई हिसाब नहीं मिला। पुलिस अब बैंक अधिकारियों और फाईनेंसर्स की भूमिका को भी अपनी जांच में शामिल कर सकती है।

आधे घंटे में जहर का असर, पूरा परिवार खत्म

Advertisment

डॉक्टरों की रिपोर्ट के मुताबिक, परिवार ने तरल रूप में जहर का सेवन किया था, जिसका असर 15 से 20 मिनट में शरीर पर शुरू हो गया और एक घंटे के भीतर मौत हो गई। घटना 26 मई की शाम सात बजे के बाद की की है। मरने वालों में 42 वर्षीय प्रवीन कुमार के साथ पत्नी रीना (38), पिता देशराज (72)] मां विमला (71), बेटा हार्दिक (14) और जुड़वां बेटियां ध्रुविका और डलिशा (11) शामिल हैं।

भतीजे ने उठाए सवाल

प्रवीन के भतीजे अंकित मित्तल ने आत्महत्या की आशंका को खारिज करते हुए कहा, "2007 में भी चाचा पर कर्ज था, लेकिन उन्होंने तब भी हार नहीं मानी थी। अब अचानक आत्महत्या कर लेना अजीब लगता है।" उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल को पूरा परिवार शादी में शामिल होने दिल्ली आया था और बेहद खुश नजर आ रहा था।

Advertisment
Advertisment