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आप जौनपुर से स्कूल बचाओ अभियान की करेगी शुरू Photograph: (YBN)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत एक कार्य स्थगन नोटिस देकर बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के संवैधानिक और चुनावी निहितार्थ पर चर्चा की मांग की है। उनका कहना है कि यह मुद्दा बिहार में आगामी चुनावों की निष्पक्षता और पारदर्शिता से जुड़ा हुआ है। संजय सिंह ने इस प्रक्रिया के संभावित संवैधानिक और चुनावी प्रभावों पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बिहार में SIR की प्रक्रिया से मतदाता सूचियों में बदलाव हो सकते हैं, जो राज्य के चुनावों को प्रभावित कर सकते हैं। साथ ही, यह संवैधानिक नियमों का उल्लंघन भी हो सकता है।
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) क्या है?
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) मतदाता सूचियों को अपडेट करने और उनमें मौजूद त्रुटियों को दूर करने की एक प्रक्रिया है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सभी पात्र मतदाताओं के नाम सूची में शामिल हों और कोई अनियमितता न रहे। बता दें कि राज्यसभा का नियम 267 सांसदों को किसी भी जरूरी और संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन नोटिस देने का अधिकार देता है। संजय सिंह ने इसी नियम का इस्तेमाल कर इस मुद्दे को सदन में उठाने की कोशिश की है।
इस मुद्दे का महत्व समझें
बिहार में मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण इसलिए अहम है क्योंकि यह राज्य में होने वाले चुनावों की प्रक्रिया को सीधे प्रभावित कर सकता है। संजय सिंह का मानना है कि इस पर चर्चा से SIR की वैधता और इसके प्रभावों को समझने में मदद मिलेगी। यह देखना बाकी है कि संजय सिंह के नोटिस को राज्यसभा में स्वीकार किया जाता है या नहीं। अगर चर्चा होती है, तो यह बिहार की चुनावी प्रक्रिया और मतदाता सूचियों की पारदर्शिता पर बड़ा असर डाल सकती है।
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