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जीतू पटवारी के बयान पर भड़के भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी, कहा- उन्होंने महिलाओं का अपमान किया

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के महिलाओं को लेकर दिए गए विवादित बयान पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जीतू पटवारी का बयान न केवल महिलाओं का अपमान है, बल्कि कांग्रेस की महिला विरोधी कुत्सित मानसिकता का एक अशोभनीय उदाहरण है।

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YBN News
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SudhanshuTrivedi Photograph: (IANS)

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नई दिल्ली, आईएएनएस। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के महिलाओं को लेकर दिए गए विवादित बयान पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जीतू पटवारी का बयान न केवल मध्य प्रदेश की महिलाओं का अपमान है, बल्कि कांग्रेस की महिला विरोधी कुत्सित मानसिकता का एक अशोभनीय उदाहरण है।

महिलाओं को लेकर विवादित बयान

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मंगलवार को कहा, "विकास और संविधान विरोधी कांग्रेस का चेहरा कितना महिला विरोधी है, इसका एक अत्यंत निंदनीय उदाहरण मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान से सामने आया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में अधिकांश महिलाएं शराब पीती हैं और सर्वाधिक शराब पीती हैं। यह बयान न केवल मध्य प्रदेश की महिलाओं का अपमान है, बल्कि कांग्रेस की महिला विरोधी कुत्सित मानसिकता का एक अशोभनीय उदाहरण है।"

अत्यंत अशोभनीय टिप्पणियां

उन्होंने कहा, "कांग्रेस की सोच महिलाओं के बारे में क्या है, यह तो स्वयं कांग्रेस के नेता भी जानते हैं। चाहे पूर्व कांग्रेस की नेता रहीं राधिका खेड़ा हों या प्रियंका चतुर्वेदी हों, इनके अनुभव तो आज पब्लिक डोमेन में हैं और इससे पूर्व भी कांग्रेस के अनेक नेता महिलाओं के विरुद्ध अत्यंत अशोभनीय टिप्पणियां कर चुके हैं। चाहे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का महिलाओं के बारे में अशोभनीय बयान हो या धारीवाल का यह दावा कि राजस्थान में रेप इसलिए होते हैं क्योंकि यह 'मर्दों वाला प्रदेश' है, कांग्रेस बार-बार अपनी महिला विरोधी सोच को उजागर करती रही है।"

यह 'दोस्ती का मामला'

सुधांशु त्रिवेदी ने कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ मामले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस नेता की बेटी नेहा हीरामत की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कर्नाटक के गृहमंत्री का बयान था कि यह 'दोस्ती का मामला' था।

पूरी एक योजना समर्पित

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उन्होंने कहा, "मैं जीतू पटवारी से कहना चाहूंगा कि मध्य प्रदेश वह राज्य है जिसने भाजपा के शासनकाल में सबसे पहले महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया। मध्य प्रदेश में लोकल बॉडीज में 50 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया गया और वहां पर देवी अहिल्याबाई के ही नाम से महिलाओं के उत्थान के लिए पूरी एक योजना समर्पित रूप से काम कर रही है।"

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