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संविधान हत्या दिवस मना रही थी BJP, राज्यसभा सांसद के पैरों में गिरकर न्याय की गुहार लगाने लगी महिला नेता

BJP, संविधान हत्या दिवस मना रही थी, इस दौरान अंबेडकरनगर में भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह सांसद बृजलाल के पैरों में गिरकर रो पड़ीं और न्याय की गुहार लगाई।

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Pratiksha Parashar
rinkal singh
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कउत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से अनोखा मामला सामने आया है। भाजपा संविधान हत्या दिवस मना रही थी, लेकिन इसी दौरान भाजपा की एक महिला नेत्री राज्यसभा सांसद के पैरों में गिरकर गिड़गिड़ाने लगीं। अंबेडकरनगर की भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भावुक होकर राज्यसभा सांसद बृजलाल के सामने फूट-फूटकर रोने लगीं। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, "भइया, मुझे न्याय दिलाइए, मेरे साथ अन्याय हुआ है।"

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भाजपा नेत्री के साथ दबंगों ने की मारपीट

तीन दिन पहले रिंकल सिंह के साथ कुछ दबंगों द्वारा मारपीट और धमकी की घटना हुई थी। उन्होंने बताया कि हमलावर उनके घर में घुसे और जान से मारने की धमकी दी। मामला महरुआ थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज की, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई। इस कार्रवाई में देरी से नाराज होकर रिंकल सिंह लगातार धरना प्रदर्शन कर रही हैं।

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कार्यक्रम स्थल पर धरना, पुलिस की सख्ती का आरोप

इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर लोहिया भवन में भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान रिंकल सिंह अपने बेटे के साथ पहुंचीं। कार्यक्रम में उन्हें प्रवेश नहीं मिला, तो वह भवन के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाया और करीब तीन घंटे तक उन्हें घुमाते रहे। उनका आरोप है कि पुलिस केस को कमजोर करने की कोशिश कर रही है और स्थानीय दबंगों के दबाव में काम कर रही है।

जिलाध्यक्ष पर भी लगाए गंभीर आरोप

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रिंकल सिंह ने भाजपा जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "अगर वे मुझे न्याय नहीं दिला सकते तो इस्तीफा दे दें। मैं पार्टी की महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष हूं, क्या मेरा सम्मान सिर्फ भाषणों में ही रह गया है?"

कार्यक्रम में मंच से बहा आक्रोश

करीब एक घंटे बाद पार्टी पदाधिकारियों ने उन्हें कार्यक्रम स्थल के भीतर ले जाकर मंच पर बोलने का मौका दिया। मंच से बोलते हुए रिंकल सिंह खुद को रोक नहीं सकीं और रोने लगीं। उन्होंने सांसद बृजलाल के पैरों में गिरकर न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद उन्हें कार्यक्रम से बाहर ले जाया गया।

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मामला क्या है?

रिंकल सिंह के मुताबिक जैतूपुर गांव के दीपक सिंह, अवनीश सिंह और राजन सिंह ने गांव के एक सरकारी तालाब से बहने वाले पानी के रास्ते को अवरुद्ध करने की कोशिश की। जब गांव के कुछ लोगों ने इसकी शिकायत की, तो रिंकल अपने पति के साथ मौके पर पहुंचीं और उन्हें रोकने की कोशिश की। आरोप है कि थोड़ी देर बाद तीनों आरोपी उनके घर में घुस गए, मारपीट की और पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। रिंकल सिंह ने महरुआ थाने में केस दर्ज कराया, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज होकर वह थाने में धरने पर भी बैठ चुकी हैं। उनका दावा है कि पुलिस भाजपा के स्थानीय नेताओं के दबाव में काम कर रही है। up news | Political News 

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