नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद शनिवार को गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली के चुनावी कुरुक्षेत्र में उतर पड़े। उन्होंने दिल्ली में झुग्गी बस्ती प्रधान सम्मेलन को संबोधित किया और कहा कि दिल्ली को आप-दा से मुक्ति दिलाना झुग्गीवासियों की जिम्मेदारी है। 5 फरवरी को आप-दा मुक्ति दिवस है। साथ ही कहा कि भाजपा की कथनी-करनी में रत्तीभर का अंतर नहीं, उसका घोषणा पत्र पत्थर की लकीर है।
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भाजपा का घोषणा पत्र पत्थर की लकीर
अमित शाह ने झुग्गीवासियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि हमारे(भाजपा) घोषणापत्र में आपकी सभी जरूरतें होंगी। यह आप के घोषणापत्र जैसा नहीं होगा।आप दिल्ली के मुक्तिदाता हो सकते हैं। पांच फरवरी को आप-दा मुक्त दिवस है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के लिए आप-दा हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ने का वादा करके लोगों को धोखा दिया है। जबकि वह खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्होंने कहा कि देश ने तरक्की की है, लेकिन दिल्ली अभी भी विकास का इंतजार कर रही है। सड़कें गड्ढों से भरी हैं। हवा प्रदूषित है। केजरीवाल ने अन्ना, पंजाब और दिल्ली के लोगों के साथ विश्वासघात किया है।
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झुग्गी-बस्ती वोटबैंक पर भाजपा की नजर
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए एक महीने से भी कम का समय बचा। प्रधानमंत्री की रैलियों के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली चुनाव में मोर्चा संभाल लिया है। प्रधानमंत्री की तरह शाह ने शनिवार को अपने अभियान की आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े वोट बैंक को साधा है। झुग्गी बस्ती सम्मेलन इसी कड़ी का हिस्सा है। झुग्गी-बस्ती का वोट कभी कांग्रेस का मजबूत वोट बैंक माना जाता था। जो आम आदमी पार्टी के उभार के बाद उसके साथ शिफ्ट हो गया। अब भाजपा की इस वोट बैंक को अपनी तरफ खींचने की कोशिश है। यह 30 लाख की आबादी और बीस सीटों को प्रभावित करने की क्षमता रखती है। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर 05 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। परिणाम 08 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
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