नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।
ढाई साल तक दंगों की आग मे झुलस रहे मणिपुर में आखिर राष्ट्रपति शासन लग ही गया। सत्तारूढ़ भाजपा को छोड़ सभी प्रमुख दल इस गंभीर मुद्दे पर केंद्र और मणिपुर की तत्कालीन भाजपा सरकार के खिलाफ लगातार मुखर होते रहे, लेकिन मणिपुर में भाजपा की सरकार और मुख्यमंत्री ने तमाम आरोपों के बावजूद ना तो सत्ता छोड़ी और ना ही केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को हटाया। अब ढाई साल बाद अचानक एन. बीरेन सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के चार दिन बाद ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार शाम मणिपुर में राष्ट्रपति शासन को मंजूरी दे दी। विधानसभा को भी निलंबित कर दिया। इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। दोनों नेताओं ने मणिपुर के हालातों के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए उसे सरकार चलाने में अक्षम बताया है।
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राहुल गांधी ने ये किया tweet, पीएम से पूछा सवाल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘एक्स’पर पोस्ट किया, "मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करना भाजपा द्वारा मणिपुर में शासन करने में उसकी पूर्ण अक्षमता की देर से स्वीकारोक्ति है। अब प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर के लिए अपनी सीधी जिम्मेदारी से इनकार नहीं कर सकते।" उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री ने अंततः राज्य का दौरा करने और मणिपुर और भारत के लोगों को वहां शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल करने की अपनी योजना समझाने का मन बना लिया है?
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क्या अब मणिपुर जाकर लोगों से माफी मांगेंगे पीएम- खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाया गया क्योंकि कोई भी विधायक भारतीय जनता पार्टी की "अक्षमता" का बोझ स्वीकार करने को तैयार नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब मणिपुर का दौरा करने और वहां के लोगों से माफी मांगने का साहस दिखा पाएंगे? खरगे ने ‘एक्स’पर पोस्ट किया, "नरेन्द्र मोदी जी, आपकी पार्टी ही 11 साल से केंद्र में शासन कर रही है। यह आपकी पार्टी है जो आठ साल तक मणिपुर पर भी शासन कर रही थी। यह भाजपा ही है जो राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार थी।"
उन्होंने कहा, "यह आपकी सरकार है जिसकी राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा पर गश्ती की जिम्मेदारी है। आपके द्वारा राष्ट्रपति शासन लगाना, अपनी ही पार्टी की सरकार को निलंबित करना इस बात की सीधी स्वीकारोक्ति है कि आपने मणिपुर के लोगों को निराश किया।" उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शासन इसलिए नहीं लगाया क्योंकि वह ऐसा चाहते थे, बल्कि इसलिए लगाया क्योंकि राज्य में संवैधानिक संकट है तथा आपका कोई भी विधायक आपकी अक्षमता का बोझ स्वीकार करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा, "आपके ‘डबल इंजन’ ने मणिपुर की निर्दोष जनता की जिंदगियों को रौंद दिया। अब समय आ गया है कि आप मणिपुर में कदम रखें और पीड़ित लोगों के दर्द और पीड़ा को सुनें और उनसे माफी मांगें। " खरगे ने सवाल किया, ‘‘क्या आपमें यह साहस है?’’उन्होंने दावा किया, "मणिपुर की जनता आपको और आपकी पार्टी को माफ नहीं करेगी।"