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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से रिक्त हुए उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की निर्वाचन आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। निर्वाचन आयोग ने प्रेस नोट जारी कर कहा, " ने उपराष्ट्रपति चुनाव, 2025 से संबंधित तैयारियां पहले ही शुरू कर दी हैं। तैयारियां पूरे होते ही उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा जल्द से जल्द कर दी जाएगी। आंकड़ों पर निगाहें डालें तो एनडीए का पलड़ा काफी भारी है, जिसे एनडीए प्रत्याशी बनाकर उतारेगी, उसकी जीत लगभग निश्चित है। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में दोनों सदनों की प्रभावी संख्या 782 है। ऐसे में 392 वोट हासिल करने वाला जीतेगा।
सांसदों के निर्वाचक मंडल का गठन आरंभ
उल्लेखनीय है कि "जगदीप धनखड़ ने सोमवार को अचानक स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को सोमवार को भेजे अपने इस्तीफ़े में धनखड़ ने कहा कि वह ‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं। इस बीच बुधवार को चुनाव आयोग ने बताया है कि उसने संसद के दोनों सदनों यानी लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के निर्वाचक मंडल का गठन आरंभ कर दिया है। आयोग ने कहा है कि वह उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारियों की सूची को अंतिम रूप दे रहा है।
जानिए क्या है गणित
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में दोनों सदनों की प्रभावी संख्या 782 है। ऐसे में जो 392 वोट हासिल करेगा, वही जीतेगा। उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों द्वारा किया जाता है। यहां उच्च सदन के मनोनीत सदस्य भी मतदान के पात्र होते हैं। 543 सदस्यीय लोकसभा में पश्चिम बंगाल के बशीरहाट की एक सीट खाली है। वहीं 245 सदस्यीय राज्यसभा में 5 रिक्तियों को भरा जाना है। इस दृष्टि से अगले उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनावों में सत्तारूढ़ एनडीए को स्पष्ट बढ़त हासिल है। राज्यसभा में 5 रिक्तियों में से 4 जम्मू-कश्मीर से और एक पंजाब से है। यहां के मौजूदा आप सदस्य संजीव अरोड़ा ने पिछले महीने हुए उपचुनाव में राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद सीट छोड़ दी थी।
एनडीए के लोकसभा में 293 सदस्य
बता दें कि लोकसभा में, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 542 सदस्यीय सदन में 293 सदस्यों का समर्थन हासिल है। सत्तारूढ़ गठबंधन को राज्यसभा में 129 सदस्यों का समर्थन मिला हुआ है। वैसे तो राज्यसभा में मौजूदा समय में प्रभावी संख्या 240 है। ये तब है जब मनोनीत सदस्य एनडीए के उम्मीदवार के समर्थन में ही मतदान करें। इस तरह से कुल मिलाकर सत्तारूढ़ गठबंधन को 782 सदस्यों में से 422 सदस्यों का समर्थन मिला हुआ है। ये 782 संख्या दोनों सदनों की संयुक्त प्रभावी संख्या है। बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 68 के खंड 2 के मुताबिक, उपराष्ट्रपति के निधन, त्यागपत्र या पद से हटाए जाने या अन्य किसी कारण से होने वाली रिक्ति को भरने के लिए चुनाव, पद रिक्त होने के "यथाशीघ्र" कराया जाएगा।
संविधान के अनुच्छेद 66 (1) के मुताबिक, चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार एकल हस्तांतरणीय मत द्वारा होंगे। और ऐसे चुनाव में मतदान गुप्त मतदान द्वारा होगा। इस प्रणाली में, मतदाता को उम्मीदवारों के नामों के आगे अपनी प्राथमिकताएं अंकित करनी होती हैं। उपराष्ट्रपति देश का दूसरा सर्वोच्च संवैधानिक पद है। उनका कार्यकाल 5 वर्ष का होता है, लेकिन कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद, वे तब तक पद पर बने रह सकते हैं, जब तक कि उनका उत्तराधिकारी पद ग्रहण न कर ले। Vice President Election 2025 | India VP Polls | Election | 2025 Elections