Puri Rath Yatra stampede: CM माझी का एक्शन, DM-SP का तबादला, दो अफसर सस्पेंड
पुरी रथ यात्रा भगदड़ में 3 की मौत के बाद ओडिशा सरकार की सख्त कार्रवाई, कलेक्टर और एसपी का तबादला, दो अधिकारी निलंबित। जानिए हादसे की पूरी वजह और सरकार का रुख।
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Bhagwan Jagannath Rath Yatra, odisa: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान रविवार सुबह पुरी में हुई दर्दनाक भगदड़ की घटना के बाद ओडिशा सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त रुख अपनाते हुए पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन और पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल का तबादला कर दिया है। वहीं, ड्यूटी में चूक के चलते डीसीपी विष्णुपति और कमांडेंट अजय पाधी को सस्पेंड कर दिया गया है।
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Photograph: (Google)
नए अफसर तैनाम, मुआवजे का ऐलान
सरकारी आदेश के अनुसार, चंचल राणा को नया जिलाधिकारी और पिनाक मिश्रा को नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने विकास आयुक्त की निगरानी में इस घटना की उच्चस्तरीय प्रशासनिक जांच के आदेश भी दिए हैं।मुख्यमंत्री माझी ने हादसे में मारे गए श्रद्धालुओं के परिवारों को ₹25 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। सीएम ने इस दुखद घटना को लेकर सभी श्रद्धालुओं से क्षमा भी मांगी और कहा, "मैं और मेरी सरकार भगवान जगन्नाथ के सभी भक्तों से क्षमा याचना करते हैं। जो श्रद्धालु इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे, उनके परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है।"
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कैसे हुआ हादसा?
Bhagwan Jagannath Rath Yatra Stampede: यह भगदड़ सुबह लगभग 4 बजे गुंडिचा मंदिर के पास उस समय हुई, जब रथयात्रा देखने के लिए हजारों श्रद्धालु इकट्ठा थे। हादसे की वजह तब सामने आई जब भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों के पास दो ट्रक अनुष्ठान सामग्रियों के साथ भीड़ में घुस गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। इस भगदड़ में कम से कम तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई और 50 से अधिक घायल हुए। मृतकों की पहचान बसंती साहू (बोलागढ़), प्रेमकांत मोहंती और प्रवती दास (बालीपटना) के रूप में हुई है। गंभीर रूप से घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।