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Photograph: (Google)
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मानसून सत्र में केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पहलगाम हमले के बाद सरकार की कमजोरी और नीतिगत विफलता पूरी दुनिया के सामने उजागर हो चुकी है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि गलती सेना की नहीं, सरकार की है। सरकार ने लड़ने से पहले ही पाकिस्तान के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे तौर पर चुनौती देते हुए कहा, “ट्रंप ने 29 बार कहा है कि उन्होंने भारत-पाक युद्ध रुकवाया। अगर सच में दम है तो प्रधानमंत्री सदन में खड़े होकर कहें कि ट्रंप झूठ बोल रहा है। अगर उनमें इंदिरा गांधी का 50 फीसदी भी साहस है, तो वह यहां आकर सच्चाई बोलें।
हमारे पायलट्स के हाथ-पांव बांध दिए
राहुल गांधी ने विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “विदेश मंत्री ने कहा कि इस्लामिक देशों ने निंदा की, लेकिन यह नहीं बताया कि किसने पाकिस्तान की खुले तौर पर आलोचना की। कोई देश सामने नहीं आया। पाकिस्तान के खिलाफ एक भी इस्लामिक देश ने सीधे निंदा नहीं की। वहीं रक्षा मंत्री ने बताया कि 1:35 पर पाकिस्तान को सूचना दे दी गई कि हमला किया गया है। यानी सरकार ने 30 मिनट में ही पाकिस्तान के सामने झुकने का संदेश दे दिया। उन्होंने आगे कहा कि आपने हमारे पायलट्स के हाथ-पांव बांध दिए। सेना को पूरी आजादी दी जानी चाहिए, लेकिन सरकार के पास इच्छाशक्ति नहीं है। सिर्फ अपनी छवि चमकाने के लिए सेना का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हम चीन और पाकिस्तान से एक साथ लड़ रहे
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राहुल गांधी ने चीन को लेकर सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। रक्षा मंत्री ने चीन का नाम तक नहीं लिया। आज भारत दो मोर्चों चीन और पाकिस्तान से लड़ रहा है और भाजपा सरकार की कमजोर विदेश नीति हमें इस स्थिति में ले आई है। पाकिस्तान और चीन का गठबंधन खतरनाक है, लेकिन सरकार में इच्छाशक्ति की भारी कमी है। राहुल ने इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि 971 में इंदिरा गांधी ने अमेरिका की परवाह नहीं की, पाकिस्तान को जवाब दिया और एक लाख सैनिकों ने सरेंडर किया। आज की सरकार केवल प्रचार कर रही है, फैसला लेने की ताकत नहीं दिखा रही। राहुल गांधी ने यह भी बताया कि वह पहलगाम हमले के पीड़ितों से व्यक्तिगत रूप से मिले, लेकिन यह सरकार सिर्फ बयान देती है, जमीन पर कुछ नहीं करती। monsoon session rahul gandhi
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