नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। Rapid Rail News: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम लिमिटेड (NCRTC) ने गुरुग्राम, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाली
नमो भारत ट्रेन सेवा के लिए छह स्टेशन प्रस्तावित किए हैं। इस रूट का मैप हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HMRTC) को मंजूरी के लिए भेजा गया है। मंजूरी के बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जाएगी। यह ट्रेन गाजियाबाद-जेवर एयरपोर्ट रैपिड रेल कॉरिडोर से भी जोड़ी जाएगी, जिससे यात्री सीधी और तेज यात्रा कर सकेंगे।
अभी रैपिड रेल- नमो भारत ट्रेन का संचालन दिल्ली- गाजियाबाद- मेरठ कॉरिडोर पर न्यू अशोक नगर से मेरठ के बीच हो रहा है। एनसीआरटीसी संचालन विस्तार को निजामुद्दीन के सराय काले खां तक बढ़ाने की तैयारी में है।
60 किमी लंबा होगा रूट, छह बड़े स्टेशन होंगे
इस प्रस्तावित रैपिड रेल ट्रैक की कुल लंबाई लगभग 60 किलोमीटर होगी, जिसमें निम्नलिखित छह स्टेशन शामिल हैं:
1. इफ्को चौक (गुरुग्राम, सेक्टर 29)
2. सेक्टर 54, गोल्फ कोर्स रोड (गुरुग्राम)
3. बाटा चौक (फरीदाबाद)
4. सेक्टर 85-86 (फरीदाबाद)
5. सेक्टर 142-168 (नोएडा)
6. सूरजपुर (ग्रेटर नोएडा)
180 किमी की स्पीड, हर 7 मिनट पर सेवा
नमो भारत ट्रेन की गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक डिज़ाइन की जा रही है, और यह औसतन 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेगी। इस रूट पर हर 5 से 7 मिनट में एक ट्रेन उपलब्ध होगी। परियोजना पर करीब 15,000 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। ट्रेन इफ्को चौक से शुरू होकर गोल्फ कोर्स रोड, ग्वाल पहाड़ी, फरीदाबाद होते हुए यमुना पार कर नोएडा और ग्रेटर नोएडा पहुंचेगी। ग्वाल पहाड़ी के पास अरावली क्षेत्र से होते हुए यह ट्रेन निकलेगी, जिसके लिए वन विभाग की मंजूरी आवश्यक होगी।
कहां मिलेगी मेट्रो कनेक्टिविटी
- गोल्फ कोर्स रोड: रैपिड मेट्रो से कनेक्टिविटी
- बाटा चौक: दिल्ली मेट्रो वॉयलेट लाइन से जुड़ाव
- नोएडा सेक्टर 142: एक्वा लाइन से लिंक
- सूरजपुर: गाजियाबाद-जेवर कॉरिडोर से कनेक्शन
यात्रियों को होगी बड़ी सुविधा
फिलहाल गुरुग्राम से ग्रेटर नोएडा पहुंचने में लगभग डेढ़ से दो घंटे लगते हैं। पिक आवर्स में यह समय और भी बढ़ जाता है। नमो भारत ट्रेन शुरू होने से इस दूरी को बेहद कम समय में तय किया जा सकेगा, जिससे दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। इस रूट को शहरी मंत्रालय से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। अब एचएमआरटीसी की अनुमति के बाद DPR बनेगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी हाल ही में इस प्रोजेक्ट की समीक्षा कर अधिकारियों को शीघ्र प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं।