RCB Stampede Tragedy का मामला पहुंचा हाईकोर्ट, दोपहर 2.30 बजे होगी सुनवाई
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 30 से अधिक लोग घायल हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए कर्नाटक उच्च न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लिया है और आज दोपहर 2:30 बजे इस पर सुनवाई करेगा।
बेंगलुरु, वाईबीएन डेस्क |बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार, 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत का जश्न भयावह हादसे में तब्दील हो गया, जब स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई और 30 से अधिक घायल हो गए। अब इस गंभीर घटना पर कर्नाटक उच्च न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लिया है और मामले की सुनवाई आज दोपहर 2:30 बजे निर्धारित की गई है।
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बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ | कर्नाटक उच्च न्यायालय ने घटना का स्वतः संज्ञान लिया है। अदालत आज दोपहर 2.30 बजे मामले की सुनवाई करेगी।
कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ जी परमेश्वर कल आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के बाद एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम पहुंचे। कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ जी परमेश्वर एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में बेंगलुरु पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, डीसीपी और केएससीए अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
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बेंगलुरु | कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ जी परमेश्वर एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में बेंगलुरु पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, डीसीपी और केएससीए अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पहले ही इस त्रासदी पर दुख जताते हुए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। घटना के वक्त स्टेडियम के बाहर अनुमान से कई गुना अधिक भीड़ इकट्ठा हो गई थी, जिससे हालात बेकाबू हो गए। हाईकोर्ट की सुनवाई में राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी जा सकती है, और यह भी तय हो सकता है कि आगे इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए क्या नीतिगत बदलाव किए जाएं।
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गेट तोड़कर जबरन घुस गई थी भीड़
RCB टीम के स्वागत के लिए भारी भीड़ मंगलवार रात से ही सड़कों पर थी। पुलिस का कहना है कि गेट तोड़कर जबरन प्रवेश करने की कोशिश में भगदड़ हुई। कई लोग गेट पर चढ़ने के दौरान गिर पड़े। बेंगलुरुट्रैफिक पुलिस और RCB मैनेजमेंट की भिन्न घोषणाओं से विजय परेड को लेकर असमंजस फैला। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में घायलों को CPR देते और पुलिस द्वारा अस्पताल पहुंचाते हुए देखा जा सकता है।