जम्मू, वाईबीएन डेस्क।अमरनाथ यात्रा के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। इसके लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु जम्मू में प्रशासन द्वारा स्थापित विशेष केंद्रों पर पहुंच रहे हैं।ये रिजस्ट्रेशन उन श्रद्धालुओं के लिए चल रहा है जिन्होंने अभी तक ऑनलाइन मोड के माध्यम से यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं कराया है। बता दें, अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को बालटाल और पहलगाम मार्गों से शुरू होगी।
सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई
दक्षिण जम्मू SDM मनु हंसा ने कहा, "हम अमरनाथ यात्रियों का स्वागत करते हैं। आज से हमने सरस्वती धाम में टोकन सेंटर शुरू किया है। इन्हीं टोकन के आधार पर कल से पंजीकरण किया जाएगा। पंजीकरण के 3 सेंटर बनाए गए हैं। बारिश के मद्देनजर हमने वाटर प्रूफ टेंट लगाएं हैं। पानी की व्यवस्था की गई है। लंगर की व्यवस्था भी कुछ समय में शुरू हो जाएगी। यात्रियों के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। हम लोगों से अपील करते हैं कि धैर्य बनाए रखें और अच्छे से यात्रा करें।"
इन जगहों पर बनाए गए हैं काउंटर
बता दें, अमरनाथ यात्रा की शुरुआत से पहले जम्मू के सरस्वती धाम में टिकट काउंटरों की औपचारिक शुरुआत की गई है। सरस्वती धाम में इस साल कुल 12 टिकट काउंटर शुरू किए गए हैं, जिनमें 6 काउंटर पहलगाम रूट के लिए और 6 काउंटर बालटाल रूट के लिए निर्धारित किए गए हैं। दोनों रूटों के लिए हर दिन एक-एक हजार टिकट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मौसम को ध्यान में रखते हुए यात्रियों के लिए वॉटरप्रूफ वेटिंग रूम की भी व्यवस्था की गई है, ताकि बारिश या खराब मौसम की स्थिति में उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो।
दिशा-निर्देश भी जारी किए गए
यात्रा में भाग लेने को लेकर आयु संबंधी कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। एसडीएम के मुताबिक, इस साल 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 70 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ये निर्णय उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
राजमार्ग पर एक ड्राई रन आयोजित
देश के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिला। यात्रा की तैयारियों को परखने के लिए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ड्राई रन आयोजित किया गया। इसके लिए एक काफिला जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुआ, जिसमें तीर्थयात्रियों और जरूरी वस्तुएं ले जाने वाले वाहन शामिल थे। इस अभ्यास में सुरक्षाबलों और मेडिकल टीमों ने भी भाग लिया। इसका उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में यात्रा को सुरक्षित, व्यवस्थित और सुगम बनाना था।
Amarnath Yatra