/young-bharat-news/media/media_files/2025/06/26/shubhanshu-shukla-created-history-2025-06-26-20-39-34.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने एक नया इतिहास रच दिया है। वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उनके साथ गए अंतरिक्ष यान ने आज शाम एक सफल डॉकिंग प्रक्रिया के तहत ISS से जुड़कर मिशन की अहम उपलब्धि को अंजाम दिया।
नासा ने जारी किया वीडियो
नासा द्वारा जारी किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि ड्रैगन अंतरिक्ष यान साफ-सुथरे तरीके से ISS से जुड़ता है, और इसके कुछ ही मिनटों बाद शुभांशु और उनकी टीम मुस्कुराते हुए स्टेशन में दाखिल होती है। पहले से वहां मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों ने उनका गले लगाकर जोरदार स्वागत किया। कैप्टन शुभांशु अपने साथ अंतरिक्ष में गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा और आम का रस भी लेकर गए हैं, जिससे यह मिशन एक देशी स्वाद के साथ और भी खास बन गया।
At 8:14am ET on Thursday, the hatch opened between the @SpaceX Dragon spacecraft and the International Space Station and the Ax-4 crew from @Axiom_Space crew entered. More... https://t.co/3pFFP6VbPOpic.twitter.com/k6GWzj0Oav
— International Space Station (@Space_Station) June 26, 2025
टीम में कौन-कौन हैं?
Advertisment
शुभांशु के साथ इस मिशन में तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं:
स्लावोज उज्नान्सकी (पोलैंड)
टिबोर कापू (हंगरी)
डॉ. पैगी व्हिटसन (अमेरिका)
स्लावोज उज्नान्सकी (पोलैंड)
टिबोर कापू (हंगरी)
डॉ. पैगी व्हिटसन (अमेरिका)
एक्सिओम-4 मिशन: क्या है खास?
Astronaut Shubhanshu Shukla| यह मिशन अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित Axiom Space Program द्वारा संचालित Axiom-4 मिशन का हिस्सा है। यह टीम ISS पर 14 दिनों तक रहने वाली है, जिसमें वे विज्ञान, चिकित्सा और तकनीकी विषयों पर कई महत्वपूर्ण प्रयोग करेंगे।
भारत के लिए गौरव का क्षण
Advertisment
शुभांशु शुक्ला की यह उपलब्धि न केवल भारतीय वायुसेना बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की बढ़ती उपस्थिति और भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की भागीदारी भविष्य की संभावनाओं को और भी उज्ज्वल बना रही है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का यह ऐतिहासिक मिशन आने वाली पीढ़ियों को न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत के वैज्ञानिक और तकनीकी परिदृश्य को भी मजबूत करेगा।
Advertisment