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Shubhanshu Shukla ने रच दिया इतिहास, खास अंदाज में डॉक हुआ अंतरिक्ष यान

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास। एक्सिओम-4 मिशन के तहत ISS पर पहुंचने वाले पहले भारतीय बने। नासा के वीडियो में अंतरिक्ष यान के डॉक होने और टीम के स्वागत का दिलचस्प नजारा।

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Dhiraj Dhillon
Shubhanshu Shukla created history

नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने एक नया इतिहास रच दिया है। वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उनके साथ गए अंतरिक्ष यान ने आज शाम एक सफल डॉकिंग प्रक्रिया के तहत ISS से जुड़कर मिशन की अहम उपलब्धि को अंजाम दिया। 

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Shubhanshu and his team entered the station smiling

नासा ने जारी किया वीडियो

नासा द्वारा जारी किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि ड्रैगन अंतरिक्ष यान साफ-सुथरे तरीके से ISS से जुड़ता है, और इसके कुछ ही मिनटों बाद शुभांशु और उनकी टीम मुस्कुराते हुए स्टेशन में दाखिल होती है। पहले से वहां मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों ने उनका गले लगाकर जोरदार स्वागत किया। कैप्टन शुभांशु अपने साथ अंतरिक्ष में गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा और आम का रस भी लेकर गए हैं, जिससे यह मिशन एक देशी स्वाद के साथ और भी खास बन गया।
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टीम में कौन-कौन हैं?

शुभांशु के साथ इस मिशन में तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं:
स्लावोज उज्नान्सकी (पोलैंड)
टिबोर कापू (हंगरी)
डॉ. पैगी व्हिटसन (अमेरिका)
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एक्सिओम-4 मिशन: क्या है खास?

Astronaut Shubhanshu Shukla| यह मिशन अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित Axiom Space Program द्वारा संचालित Axiom-4 मिशन का हिस्सा है। यह टीम ISS पर 14 दिनों तक रहने वाली है, जिसमें वे विज्ञान, चिकित्सा और तकनीकी विषयों पर कई महत्वपूर्ण प्रयोग करेंगे।

the spacecraft docked in a special way

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भारत के लिए गौरव का क्षण

शुभांशु शुक्ला की यह उपलब्धि न केवल भारतीय वायुसेना बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की बढ़ती उपस्थिति और भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की भागीदारी भविष्य की संभावनाओं को और भी उज्ज्वल बना रही है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का यह ऐतिहासिक मिशन आने वाली पीढ़ियों को न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत के वैज्ञानिक और तकनीकी परिदृश्य को भी मजबूत करेगा।
ISS Astronaut Shubhanshu Shukla
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