Manipur : मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़कने से हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। ताजा झड़पों और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। राज्य के कई इलाकों को छावनी में तब्दील किया हुआ है। हालात को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। इतना ही नहीं, सुरक्षाबलों ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया है। भाजपा सरकार इस राज्य में शांति कायम करने में विफल नजर आई है। मणिपुर के हालात पिछले 21 महीनों से खराब हैं।
जातीय हिंसा ने सैकड़ों लोगों को किया बेघर
राज्य में विभिन्न समुदायों के बीच एक बार फिर झड़पें हुई हैं, जिससे कई जिलों में दहशत का माहौल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते 24 घंटे में आगजनी और गोलीबारी की कई घटनाएं सामने आई हैं। इससे पहले भी राज्य में जातीय हिंसा के कारण सैकड़ों लोग बेघर हो चुके हैं और अब फिर से बिगड़ते हालात ने आम जनता की चिंता बढ़ा दी है। राज्य सरकार का कहना है कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून-व्यवस्था को किसी भी हाल में बहाल किया जाएगा।
राज्य सरकार हालातों को काबू करने में रही नाकाम
विपक्ष ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार बार-बार बिगड़ते हालात को संभालने में नाकाम रही है और प्रशासन की निष्क्रियता के कारण हिंसा का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हिंसा और तनाव के कारण आम जनता असमंजस और भय के माहौल में जी रही है। व्यापारिक गतिविधियां ठप हो गई हैं, स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और लोग अपने घरों में ही रहने को मजबूर हैं। लगातार बिगड़ती स्थिति से लोग चिंतित हैं कि आखिर मणिपुर में शांति कब लौटेगी ?
सुरक्षा बलों की तैनाती और प्रशासन की सख्ती
घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने भी स्थिति पर नजर बनाए रखी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बल भेजने की बात कही है। सेना और असम राइफल्स के जवानों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है। कई इलाकाें की किलेबंदी की गई है।
चार दिन पहले सीएम ने दिया इस्तीफा
चार दिन पहले मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। पिछले कई महीनों से मणिपुर में हिंसा की वजह से स्थिति सामान्य नहीं है। इस बीच मुख्यमंत्री के इस्तीफे के कई मायने निकाले जा रहे थे। अब मणिपुर भाजपा की अध्यक्ष ए शारदा देवी ने इस्तीफे की असली वजह बताई है। भारतीय जनता पार्टी मणिपुर की अध्यक्ष ए शारदा देवी ने एन बीरेन सिंह द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय क्षेत्र की शांति के लिए किया गया है।
सरकार के पास कोई हल नहीं
मणिपुर समेत पूरे उत्तर-पूर्व में जातीय संघर्ष लंबे समय से गहरी जड़ें जमा चुका है। जिसे हल करना किसी एक सरकार या नेता के बस की बात नहीं है। न तो मुख्यमंत्री बिरेन सिंह का इस्तीफा न ही किसी नए नेता की नियुक्ति और न ही केंद्र सरकार का प्रत्यक्ष हस्तक्षेप इस समस्या का त्वरित समाधान ला सकता है। जब तक राज्य के विभिन्न जातीय, धार्मिक और भाषाई समुदाय अपनी विशिष्ट पहचान को सर्वोपरि मानते रहेंगे तब तक राज्य में शांति बहाल करना मुश्किल नजर आ रहा है।