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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड ने अब एक नया और चौंकाने वाला मोड़ ले लिया है। राजा के भाई ने सोमवार को मीडिया के सामने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि सोनम ने अपने पिता की जान बचाने के लिए राजा की तांत्रिक बलि दी। इस दावे के बाद पूरे इलाके में हलचल मच गई है। राजा के भाई के अनुसार, सोनम के पिता को दो बार हार्ट अटैक आ चुका था और वह लंबे समय से गंभीर रूप से बीमार थे। ऐसे में सोनम ने उज्जैन में तांत्रिक पूजा करवाई, घर में राजा की उल्टी तस्वीर लगाई और उसे तंत्र बलि के लिए चुना। इस बीच सोमवार को राजा की अरिष्टी की गई, जिसमें परिवार के अलावा चुनिंदा लोग ही शामिल हुए। सोनम का भाई गोविंद में उपस्थित रहा।
राजा रघुवंशी हत्याकांड में रोज-रोज नए खुलासे हो रहे हैं।
राजा के भाई ने यह भी आरोप लगाया कि शादी के समय सोनम नाखुश दिख रही थी और कुछ ही दिनों बाद राजा की हत्या हो गई। परिवार का कहना है कि सोनम की मां, पिता और भाई गोविंद का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए। पुलिस अब इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं यह हत्या अंधविश्वास और तंत्र क्रिया से जुड़ी साजिश तो नहीं थी।
क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी पुलिस
इस सनसनीखेज घटनाक्रम के बाद पुलिस अब अगले चरण में हत्या की जगह पर क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी ताकि हत्या की पूरी कड़ी को कानूनी तौर पर मजबूत किया जा सके। सोनम ने पूछताछ के दौरान बताया कि घटना के दिन किस तरह से योजना को अंजाम दिया गया और कौन-कौन इसमें शामिल था।
राज और सोनम एक-दूसरे पर लगा रहे हैं आरोप
शिलॉन्ग में सोनम और राज से पुलिस ने पूछताछ की इसमें इसमें राज और सोनम दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। जहां सोनम ने राज पर साजिश का मास्टरमाइंड होने का आरोप लगाया, वहीं राज ने दावा किया कि वह सिर्फ सोनम के कहने पर साथ था और असल योजना सोनम की ही थी।
डीआईजी डेविस बोले – पुलिस कस्टडी की जरूरत
मेघालय के डीआईजी डेविस मारक ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पुलिस को अभी और गहन पूछताछ करनी है, जिसके लिए 10 दिन की पुलिस कस्टडी की मांग की जाएगी। डीआईजी ने कहा कि हमारे पास अब ठोस सबूत हैं। क्राइम सीन रीक्रिएट और फोरेंसिक डेटा के ज़रिए केस को पूरी तरह मजबूत किया जाएगा। आरोपी का कबूलनामा हमारे लिए बेहद अहम है।
जांच अब निर्णायक मोड़ पर
राजा रघुवंशी की हत्या मेघालय के एक पहाड़ी स्थल पर हनीमून के बहाने ले जाकर की गई थी। मामले में सोनम के साथ-साथ राज कुशवाह और दो अन्य आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सोनम ने एसआईटी के सामने न सिर्फ हत्या स्वीकार की, बल्कि योजना से जुड़े हर पहलू को विस्तार से बताया।
ऐसे दिया था हत्या को अंजाम
23 मई को नोंगरियाट में वाहकदैट के पास एक पार्किंग स्थल में राजा पर हमला किया गया था। हमला दोपहर 2:00 से 2:18 बजे के बीच हुआ। फिर उसके शव को पास की एक खाई में फेंक दिया गया। सोनम पूरी घटना के दौरान घटनास्थल पर मौजूद थी। हत्या के बाद सोनम ने एक आरोपी आकाश को अपना रेनकोट दिया, जिसे बाद में उसने फेंक दिया। इसके बाद चारों स्कूटर पर सवार होकर भाग गए, जिनमें से एक स्कूटर सोनम चला रही थी।
बाद में उसने राज के निर्देश पर एक अन्य आरोपी विशाल के दिए गए बुर्के को पहनकर सोनम टैक्सी लेकर गुवाहाटी चली गई। इसके बाद सोनम गुवाहाटी से सिलीगुड़ी, फिर पटना, आरा, लखनऊ और अंत में इंदौर गई, जहां वह 26 मई से 8 जून तक रही।
पुलिस ने कहा कि अपने तीन साथियों की गिरफ्तारी के बाद राज कुशवाह घबरा गया जिसके चलते सोनम रघुवंशी की गिरफ्तारी हुई। राज ने सोनम को इंदौर छोड़कर सिलीगुड़ी जाने को कहा, जहां उसे अपहरण की शिकार के रूप में पेश होना था। पुलिस ने कहा कि योजना का अंतिम लक्ष्य सोनम को एक पीड़ित के रूप में सामने लाना था। वो चाहते थे कि राजा का शव पुलिस को न मिल सके रहे। योजना इस उम्मीद पर आधारित थी कि शव सड़ जाएगा, जिससे सोनम एक नकली अपहरण की शिकार के रूप में फिर से सामने आ सकेगी। Sonam Arrested | Sonam Brother Statement | raja raghuvanshi and sonam | raja and sonam raghuvanshi | raja raghuvanshi sonam raghuvanshi | shams tahir sonam case | raja raghuvanshi and sonam case not present in content