/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/08/katrina-11-6-2025-11-08-16-34-43.jpg)
श्रीनगर, वाईबीएन डेस्क : जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में उस समय हड़कंप मच गया, जब अनंतनाग के पूर्व सरकारी डॉक्टर अदील अहमद रदर के लॉकर से एक एके-47 राइफल बरामद की गई। यह बरामदगी राज्य में सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, वहीं इस घटना ने प्रशासन और खुफिया तंत्र को भी सतर्क कर दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अदील अहमद रदर 24 अक्टूबर 2024 तक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अनंतनाग में डॉक्टर के पद पर कार्यरत थे। वह जलगुंड, अनंतनाग के निवासी हैं। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अदील के पास किसी अवैध हथियार का जखीरा छिपा हो सकता है। इसी सूचना के आधार पर छापेमारी की गई और उनके लॉकर से एके-47 राइफल बरामद की गई।
एफआईआर दर्ज, जांच शुरू
इस मामले में पुलिस थाना नौगाम में एफआईआर नंबर 162/2025 दर्ज की गई है। एफआईआर में भारतीय शस्त्र अधिनियम की कई धाराओं के साथ-साथ गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम की धाराएं भी जोड़ी गई हैं। पुलिस के अनुसार, यह मामला केवल गैरकानूनी हथियार रखने का नहीं, बल्कि संभावित आतंकवादी गतिविधियों से संबंध रखने का भी हो सकता है। इसलिए जांच को उच्च प्राथमिकता दी गई है। श्रीनगर पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों की संयुक्त टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि डिजिटल और भौतिक प्रमाण जुटाए जा रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह राइफल कहां से आई, और इसका इस्तेमाल किन गतिविधियों में होना था।
डॉक्टर के खिलाफ गंभीर आरोप, जांच एजेंसियां अलर्ट पर
जांच के शुरुआती चरण में पुलिस को यह शक है कि अदील अहमद रदर के आतंकवाद समर्थक नेटवर्क से संपर्क हो सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि उनके संपर्क सूत्रों, कॉल रिकॉर्ड्स और बैंक ट्रांजेक्शन की भी जांच की जा रही है। बरामद एके-47 राइफल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि यह पता चल सके कि इसे पहले किसी आतंकी गतिविधि में इस्तेमाल किया गया था या नहीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक सरकारी डॉक्टर के पास एके-47 जैसी खतरनाक राइफल का मिलना बेहद गंभीर मामला है। यह सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता था। हम सभी कोणों से जांच कर रहे हैं।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, आतंक समर्थकों पर शिकंजा कसने की तैयारी
यह मामला राज्य में कानून-व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील माना जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह घटना यह दर्शाती है कि आतंकी नेटवर्क अब पेशेवर वर्गों तक भी अपनी जड़ें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने कहा है कि इस मामले से जुड़े हर व्यक्ति की गतिविधियों की जांच की जाएगी और यदि कोई आतंकी साजिश पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। श्रीनगर पुलिस ने आरोपी अदील अहमद रदर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस राइफल के पीछे किसी आतंकी संगठन या बाहरी नेटवर्क का हाथ है। इस बीच, सुरक्षा एजेंसियां पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है।
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us