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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे 'संजीवनी योजना' के तहत किए गए स्वास्थ्य सर्वे में एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। जिले की लगभग 14,500 महिलाओं में कैंसर जैसे लक्षण पाए गए हैं। यह जानकारी महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबितकर ने गुरुवार, 10 जुलाई को विधानसभा में एक लिखित उत्तर के माध्यम से दी।
महिलाओं में संभावित कैंसर के लक्षण
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यह सर्वे 8 मार्च, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से शुरू किया गया था। इसके तहत 2.92 लाख से अधिक महिलाओं की स्क्रीनिंग की गई। महिलाओं से पूछे गए सवालों और उनके जवाबों के आधार पर अंदेशा हुआ कि 14,542 महिलाओं में संभावित कैंसर के लक्षण हैं।
स्क्रीनिंग की व्यवस्था होगी और मज़बूत
सर्वे के बाद की गई जांच में अब तक 3 महिलाओं में गर्भाशय का कैंसर, 1 महिला में स्तन कैंसर और 8 महिलाओं में मुँह के कैंसर की पुष्टि हुई है। ये आंकड़े जिला कलेक्टर द्वारा चलाए गए कैंसर जागरूकता अभियान से सामने आए हैं, जिसका उद्देश्य समय रहते बीमारी की पहचान कर इलाज सुनिश्चित करना है। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल राज्य में महिलाओं के लिए कोई विशेष कैंसर अस्पताल बनाने का प्रस्ताव नहीं है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में स्क्रीनिंग की व्यवस्था को और मज़बूत किया जाएगा।
सरकार का टाटा मेमोरियल अस्पताल के साथ समझौता
इस पहल को सशक्त करने के लिए सरकार ने टाटा मेमोरियल अस्पताल के साथ समझौता किया है। टाटा अस्पताल की एक टीम हर महीने दो बार जिला अस्पतालों में जाकर कैंप लगाएगी और जांच करेगी। साथ ही, स्थानीय स्वास्थ्यकर्मियों को कैंसर योद्धा के रूप में प्रशिक्षित भी किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि राज्य के 8 जिला अस्पतालों में डे-केयर कीमोथेरेपी सेंटर्स शुरू कर दिए गए हैं, और अन्य जिलों में भी ऐसे सेंटर्स स्थापित करने की योजना है।
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