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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क |तमिलनाडु पुलिसकी आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए आंध्र प्रदेश के अन्नामय्या जिले से मोस्ट वांटेड आतंकी अबूबकर सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया है। वह 2011 में मदुरै में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा के दौरान पाइप बम लगाने की साजिश में शामिल था। सिद्दीकी पिछले करीब 30 साल से फरार था और उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
आतंक का लंबा इतिहास
60 वर्षीय अबूबकर सिद्दीकी नागोर का निवासी है और वह दक्षिण भारत में कई बम धमाकों और सांप्रदायिक हत्याओं में शामिल रहा है। पुलिस के मुताबिक, वह 1995 से फरार था और आतंकियों का एक प्रशिक्षक भी रहा है। उसने बिलाल मलिक, 'पुलिस' फकरुद्दीन और पन्ना इस्माइल जैसे खतरनाक कट्टरपंथियों को ट्रेनिंग दी थी। अबूबकर सिद्दीकी के साथ एक और भगोड़ा आतंकवादी मोहम्मद अली उर्फ यूनुस उर्फ मंसूर को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों को गुप्त खुफिया सूचना के आधार पर केंद्रीय एजेंसियों की मदद से पकड़ा गया। पुलिस का कहना है कि दोनों आतंकवादी पिछले तीन दशकों से कानून की पकड़ से बचते आ रहे थे।
किन मामलों में आरोपी है सिद्दीकी?
1995: चेन्नई के चिंताद्रिपेट में हिंदू मुन्नानी कार्यालय में बम विस्फोट
1995: नागोर में हिंदू कार्यकर्ता टी. मुथुकृष्णन की पार्सल बम से हत्या
1999: चेन्नई पुलिस आयुक्त कार्यालय (एग्मोर) समेत तिरुचिरापल्ली, कोयंबटूर और केरल के कई इलाकों में बम धमाकों की साजिश
2011: लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा के दौरान पाइप बम लगाने की योजना