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High Court ने अपने जजों के लिए बनाया चाय-पानी का नया शेड्यूल

बता दें, न्यायाधीशों द्वारा बार-बार लिए जाने वाले ब्रेक पर सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने जवाब देते हुए न्यायालय कक्ष और लंच ब्रेक के समय में संशोधन किया है। 

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Jyoti Yadav
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Delhi High Court
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क | हाईकोर्ट के जजों के चाय-पानी और लंच ब्रेक से परेशान सप्रीम कोर्ट ने हाल ही टिप्पणी की थी जिसके बाद अब लंच ब्रेक के समय में बदलाव किया गया है। दिल्ली हाई कोर्ट के जजों के लिए अब लंच ब्रेक का समय तय कर दिया गया है। बता दें, न्यायाधीशों द्वारा बार-बार लिए जाने वाले ब्रेक पर सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने जवाब देते हुए न्यायालय कक्ष और लंच ब्रेक के समय में संशोधन किया है। 

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कोर्ट जानें से पहले देख लें नया शेड्यूल

दिल्ली हाईकोर्ट के जजों के लंच ब्रेक और न्यायालय कक्ष के समय में संशोधन के बाद आम जनता के लिए भी कोर्ट जानें से पहले संशोधित समय को जानना जरूरी है। नए शेड्यूल के अनुसार, सुबह का सत्र अब सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक चलेगा, उसके बाद दोपहर 1:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक लंच ब्रेक होगा। दोपहर का सत्र दोपहर 2:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक जारी रहेगा। बता दें, सुप्रीम कोर्ट द्वारा 13 मई को की गई टिप्पणी के बाद 14 मई को ही दिल्ली हाईकोर्ट ने एक्शन लेते हुए कोर्ट के जजों के ब्रेक टाइम में बदलाब कर दिया। 

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बेवजह कॉफी या लंच ब्रेक लेते हैं-सुप्रीम कोर्ट 

दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार, 13 मई को मौखिक रूप से कहा कि अब समय आ गया है कि जजों के कामकाज का मूल्यांकन कर परफॉरमेंस ऑडिट किया जाए। क्योंकि हाई कोर्ट के जजों के बारे में कई शिकायतें मिल रही हैं। ये बात टाप कोर्ट ने पिला पाहन बनाम झारखंड के मामले में कही। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एनके सिंह की बेंच ने कहा कि जहां कुछ जज बहुत मेहनत करते हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो बेवजह बार-बार ब्रेक लेते हैं, जिससे उनको लेकर चिंताएं पैदा होती हैं। बेंच का कहना था कि कुछ जज ऐसे हैं जो बहुत मेहनत करते हैं, लेकिन कुछ जज ऐसे भी हैं जो बेवजह कॉफी या लंच ब्रेक लेते हैं। हम हाई कोर्ट के जजों के बारे में बहुत सारी शिकायतें सुन रहे हैं। यह एक बड़ा मुद्दा है जिस पर गौर करने की जरूरत है। 

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