नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
अमेरिका में रहने वाले अवैध प्रवासियों के खिलाफ ट्रंप सरकार ने शिंकजा कसना शुरु कर दिया है। अमेरिका ने बड़ा एक्नश लेते हुए अवैध प्रवासियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अमेरिका अपने इमीग्रेशन कानून को अत्यंत सख्त बना रहा है, जिसके तहत उन देशों के अवैध नागरिकों को उनके देश डिपोर्ट किया जा रहा है। इसमें वहां रहने वाले भारतीय भी हैं। इसी क्रम में भारतीय प्रवासियों की भी अमेरिका से वापसी हुई। अमेरिकी सेना का का एक विमान प्रवासियों को लेकर भारत पहुंचा। US एयरफोर्स के C-17 ग्लोबमास्टर एयरक्राफ्ट ने टेक्सास के पास उड़ान भरी थी। विमान में 104 भारतीय थे। इनमें 13 बच्चे भी शामिल हैं।
यह भी पढ़ें: अवैध अप्रवासियों के खिलाफ Donald trump का बड़ा कदम, C-17 सैन्य विमान से भेजे जा रहे इंडियंस
आज पहला जत्था अमृतसर पहुंचा
अमेरिका का सी-17 विमान प्रवासियों को लेकर भारत के लिए रवाना हुआ था। यह विमान आज पंजाब के अमृतसर में उतरा। इस प्लेन में 104 भारतीय प्रवासी हैं। इसमें अधिकांश पंजाब के हैं। इसके अलावा गुजरात, यूपी, चंडीगढ़ और महाराष्ट्र के लोग भी शामिल हैं।
करीब 18 हजार भारतीय वापस आएंगे
बताया जा रहा है कि अमेरिका करीब 18 हजार अवैध प्रवासी भारतीयों को भारत भेजने की तैयारी कर चुका है। बीते दिनों राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के दौरान जब विदेश मंत्री एस जयशंकर वाशिंगटन पहुंचे थे तो उस दौरान अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने उन्हें अवैध प्रवासी भारतीयों के बारे में विस्तार से बताया था। कहा जा रहा है कि अमेरिक के पास ऐसे 20, 427 भारतीयों की सूची है। इनमें से 17, 940 भारतीयों के पते आदि का सत्यापन हो चुका है, जिन्हें फिलहाल भेजा जा रहा है।
यह भी पढ़ें: Mahakumbh 2025 : प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर पूजा-अर्चना की
25-30 लाख का कर्ज लेकर अमेरिका गए
दूसरी ओर इस मामले को लेकर पंजाब के एनआरआई मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि पंजाबियों को जिस तरह से अमेरिका वापस भेज रहा है उस पर केंद्र सरकार को गंभीरता दिखाने की जरूरत है। दरअसल पंजाब से अमेरिका जाने के लिए लोगों ने 25-30 लाख का कर्ज लिया है। अब अमेरिका के इस कदम से उनके सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। धालीवाल ने कहा कि ऐसे लोगों का कम से कम ब्याज माफ होना चाहिए।
अन्य देशों में भी भेजे जा रहे
अमेरिका न केवल भारत के अवैध प्रवासी वापस भेज रहा है बल्कि अन्य देशों के भी अवैध प्रवासियों को बाहर का रास्ता दिखा रहा है। जानकारी के अनुसार टेक्सास के एल पासो और कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में पकड़े गए 5,000 से ज्यादा अप्रवासियों को वापस भेजने के लिए उड़ानें प्रदान करना भी शुरू कर दिया है। अब तक सैन्य विमान अवैध प्रवासियों को ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास ले जा चुके हैं। प्रवासियों को भेजने के लिए सैन्य उड़ानें एक महंगा तरीका हैं।
यह भी पढ़ें: Delhi Election: पति और बेटे के साथ वोट डालने पहुंचीं प्रियंका, बोलीं- अपनी ताकत प्रयोग करने का दिन
एक अवैध प्रवासी पर कितना खर्च
अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट करने के लिए अमेरिका हवाई सेवाओं का प्रयोग कर रहा है जिसमें काफी खर्चा आता है। बताया जा रहा है कि ग्वाटेमाला के लिए एक उड़ान में प्रति प्रवासी कम से कम $4,675 यानी भारतीय रुपए में 4,07,298 रुपए की लागत आई थी। इसका मतलब है कि एक प्रवासी को भेजने में अमेरिका के 4 लाख से अधिक खर्च हो रहे हैं।
अवैध प्रवासियों के खिलाफ अब तक का बड़ा एक्शन
अमेरिकी सरकार ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव से पहले जनता से ये वादा किया था कि अमेरिका से हर हाल अवैध प्रवासियों को खदेड़ जाएगा। अमेरिका में ऐसे किसी भी प्रवासी को नहीं रहने नहीं दिया जाएगा जिनके पास दस्तावेज नहीं होंगे। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने अपने वादे को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। अमेरिका में पिछले कुछ वर्षों में अवैध प्रवासियों की संख्या में बड़े पैमाने पर वृद्दि हुई है। आखिरकार अब अमेरिका ने अवैध प्रवासियों को उनके देश भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि ये अब तक का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम है।
यह भी पढ़ें: Delhi Election 2025: सीलमपुर विधानसभा में बुर्के पर बवाल, भाजपा ने लगाए ये गंभीर आरोप