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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: उपराष्ट्रपति चुनने के लिए कल यानि मंगलवार को वोट डाले जाएंगे। मतदान प्रक्रिया कल सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चलेगी। इसके बाद मतगणना होगी और उसी दिन शाम तक नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक इस चुनाव में सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी अपना वोट डालेंगे। उधर दो प्रमुख क्षेत्रीय पार्टियों भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और बीजू जनता दल (बीजेडी) ने मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। दोनों दलों ने यह निर्णय अपने-अपने कारणों से लिया है और स्पष्ट किया है कि वे एडीए और इंडिया गठबंधन से समान दूरी बनाए हुए हैं।
बीजेडी का रुख साफ, ओडिशा के हित पहले
बीजेडी के राज्यसभा सांसद सस्मित पात्रा ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने वरिष्ठ नेताओं, राजनीतिक मामलों की समिति और सांसदों से विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया हैकि मंगलवार को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं करेगी। पार्टी एडीए और इंडिया गठबंधन दोनों से समान दूरी बनाए रखती है। हमारा ध्यान ओडिशा और उसके साढ़े चार करोड़ लोगों के विकास और कल्याण पर है।
बीआरएस ने जताया किसानों का रोष
तेलंगाना की सत्ताधारी पार्टी बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने कहा कि उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव से इसलिए दूर रह रही है क्योंकि यह राज्य के किसानों की पीड़ा को दर्शाने का एक तरीका है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूरिया की भारी कमी से राज्य के किसान परेशान हैं, लेकिन न तो भाजपा और न ही कांग्रेस इस मुद्दे को हल कर सकी है। स्थिति इतनी गंभीर है कि यूरिया के लिए लाइन में लगे किसानों के बीच झड़पें हो रही हैं। यदि उपराष्ट्रपति चुनाव में नोटा का विकल्प होता तो हम उसका इस्तेमाल करते।
विपक्ष की तैयारी, संसद में मॉक पोल
उधर विपक्षी गठबंधन इंडिया ने अपने सांसदों को मतदान प्रक्रिया समझाने के लिए संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एक मॉक पोल (प्रशिक्षण मतदान) का आयोजन किया। सूत्रों के अनुसार इस अभ्यास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में कोई तकनीकी या प्रक्रियागत गलती न हो। इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा सोमवार शाम विपक्षी सांसदों के लिए निर्धारित रात्रिभोज को देश के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए रद्द कर दिया गया।