नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में अब मुकाबला पूरी तरह दिलचस्प हो गया है। INDIA गठबंधन की ओर से उम्मीदवार बनाए गए बी सुदर्शन रेड्डी ने गुरुवार को दिल्ली में अपना नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन के दौरान विपक्ष की एकजुटता साफ नजर आई जहां कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, डीएमके, राजद और कई अन्य दलों के नेता मौजूद रहे। सुदर्शन रेड्डी ने नामांकन दाखिल करने से पहले स्वतंत्रता सेनानियों और महान नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने चार सेट में नामांकन पत्र दाखिल किए, जिनमें हर सेट में 20 प्रस्तावक और 20 समर्थक शामिल रहे।
NDA पहले ही मैदान में, अब विपक्ष ने भी दिखाया दम
इससे पहले एनडीए (NDA) की ओर से
सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया था। संख्या बल के लिहाज से एनडीए स्पष्ट रूप से बढ़त में है, लेकिन विपक्ष ने चुनाव को केवल औपचारिकता नहीं माना। INDIA ब्लॉक ने मुकाबले को राजनीतिक और सांकेतिक स्तर पर मजबूत बनाने के लिए सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है। दिलचस्प बात यह है कि इस बार उपराष्ट्रपति पद के दोनों प्रमुख उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं। सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु से आते हैं जबकि बी सुदर्शन रेड्डी का संबंध तेलंगाना से है। ऐसे में यह चुनाव “दक्षिण बनाम दक्षिण” की अनोखी सियासी तस्वीर भी पेश कर रहा है, जो राष्ट्रीय राजनीति में दक्षिण भारत के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
विपक्ष की रणनीति और एकजुटता का संदेश
भले ही आंकड़ों में INDIA गठबंधन कमजोर दिखे, लेकिन उसका जोर राजनीतिक संदेश देने और एकजुटता दिखाने पर है। नामांकन के लिए विपक्षी दलों के नेता एकसाथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में एकत्र हुए और उसके बाद राज्यसभा महासचिव एवं चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर पीसी मोदी के कार्यालय में जाकर सामूहिक रूप से नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर कार्यक्रम की जानकारी साझा करते हुए लिखा कि, “INDIA गठबंधन लोकतंत्र को सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं मानता, बल्कि वह हर मंच पर अपने विचार और सिद्धांतों की लड़ाई लड़ता रहेगा।
कौन हैं बी. सुदर्शन रेड्डी?
बी सुदर्शन रेड्डी तेलंगाना से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। वे कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते हैं और दक्षिण भारत में संगठनात्मक कामकाज में उनकी भूमिका काफी सक्रिय रही है। रेड्डी की छवि एक शांत, सौम्य लेकिन प्रभावी नेता की रही है, जो पार्टी के भीतर और बाहर संतुलन बनाए रखते हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान की तिथि और परिणाम की घोषणा चुनाव आयोग द्वारा जल्द ही तय की जाएगी। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अंतिम सूची प्रकाशित की जाएगी और अगर एक से अधिक वैध उम्मीदवार होते हैं तो तय तारीख को मतदान होगा।
vice presidential election | B Sudarshan Reddy