BJP and opposition clash: उत्तर प्रदेश में एक दिन के मुख्यमंत्री रहे (अब भाजपा सांसद)
जगदंबिका पाल ने
वक्फ बिल के विरोध पर विपक्ष को घेरने का प्रयास किया। उन्होंने कहा है कि विपक्ष द्वारा प्रायोजित यह एक सोचा समझा विरोध है। इस विरोध का कोई मतलब नहीं है। स्पीकर ने वक्फ बिल को संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को सौंप दिया है, विपक्ष अब किस बात का विरोध कर रहा है।
सभी पक्षों की ली गई थी राय
भाजपा सांसद ने कहा है कि बिल के लिए हमने सभी पक्षों को बुलाया था। सभी की राय ली गई थी। उसके बाद पूरी प्रक्रिया को रिकॉर्ड का अंग बनाया गया था। अभी कानून संसद में लंबित है।
संयुक्त संसदीय समिति उस पर काम कर रही है। यह कानून पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी होगा। किसी भी पक्ष को इस पर कोई आपत्ति न हो, ऐसा प्रयास किया जा रहा है। इससे अल्पसंख्यकों को लाभ होने वाला है।
पंसमांदा समाज को मिलेगा लाभ
BJP सांसद जगदंबिका पाल ने कहा है कि कानून बनने के बाद वक्फ की संपत्ति का लाभ पसमांदा समाज की महिलाओं को होगा। अनाथ और बच्चों की पढ़ाई के लिए मदद मिलेगी। इसी दिशा में काम करने के उद्देश्य से कानून बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष बेबुनियाद सवाल खड़े कर रहा है और देश के लोगों में भ्रम फैलाकर आपसी सौहार्द को नुकसान कर रहा है, इसी किसी भी तरह से सही नहीं कहा जा सकता।
लोग सियासत को समझें और विवेक से काम लें
जगदंबिका पाल ने कहा है कि लोगों को विपक्ष की
सियासत को समझकर अपने विवेक से काम लेना चाहिए। हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र पर काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी। लोग किसी के बहकावे में न आएं। सियासत दारों के भ्रम जाल में न फंसें। देश और देशवासियों की तरक्की के लिए यह जरूरी है।