Waqf amendment bill 2025 in rajya sabha: जंबो चर्चा के बाद वक्फ संसोधन विधेयक दो सदनों में पास हो गया। लोकसभा में 56 वोटों से जीतने के बाद वक्फ संसोधन विधेयक राज्यसभा में भी 33 वोटों से जीत गया। भारत ने एक नया इतिहास लिख दिया। इसके साथ ही एनडीए सरकार ने यह भी साबित कर दिया कि देश में सुधारों का सिलसिला थमने वाला नहीं है। बता दें कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह पहला बड़ा और संवेदनशील फैसला है। इस फैसले पर जीत की मुहर लगने से यह भी साफ हो गया कि आने वाले दिनों में एनडीए और मजबूत ही होगा। आने वाले चुनावों में भी एनडीए मजबूती के साथ खड़ा नजर आएगा।
13 घंटे तक चली बहस, तड़के ढाई बजे लगी मुहर
शुक्रवार तड़के करीब ढाई बजे राज्यसभा ने
वक्फ संसोधन विधेयक पर अपनी मुहर लगाई। इसके लिए करीब 13 घंटे लंबी चर्चा हुई और फिर बाकायदा मतदान हुआ। बिल के समर्थन में 128 सांसदों ने अपना मत दिया जबकि विरोध करने वाले सांसदों की संख्या 95 रही। राज्यसभा ने मुसलमान वक्फ विधेयक भी पारित कर दिया। विपक्ष द्वारा लाए सभी प्रस्तावों को राज्यसभा ने खारिज कर दिया, इससे एक दिन पहले लोकसभा में भी यही हुआ था।
फिर साबित हुई एनडीए की दमदारी
Parliament के दोनों सदनों में बिल पास कराकर एनडीए इस बात को भी साफ करने में कामयाब रहा कि लोकसभा में भाजपा की सीटें कम जरूर हुई हैं, पर एनडीए मजबूत है।
वक्फ संसोधन विधेयक की जिस मजबूती से एनडीए सरकार ने पैरवी की और कामयाब रही, उसके बड़े मायने हैं, और आने वाले समय के सियासी परिदृश्य के संकेत भी। सबसे बड़ा संदेश यह है कि एनडीए आने वाले समय में भी पूरी मजबूती से देश में चुनाव लड़ेगा, उसका कुनबा बढ़ भी सकता है।
राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद बनेगा कानून
वक्फ संसोधन विधेयक दोनों सदनों में पास होने के बाद अब राष्ट्रपति के पास जाएगा। राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद यह विधेयक कानून का रूप ले लेगा। राज्यसभा ने मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक-2024 भी पास कर दिया है। 8 अगस्त, 2024 को लोकसभा में पेश किया गया यह विधेयक, मुसलमान वक्फ अधिनियम- 1923 को निरस्त करता है और वक्फ समिति के प्रबंधन व वक्फ के खातों को सार्वजनिक करने का अधिकार देता है।