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गुवाहाटी, वाईबीएन डेस्क : असम के फेमस सिंगर जुबीन गर्ग पंचतत्व में विलीन हो गए। 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में उनका निधन हो गया, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार आज मंगलवार 23 सितंबर को असम के कमरकुची गांव, उत्तरी कैरोलिना में किया गया। सिंगर को प्रशंसकों ने दुख, आंखों में आंसू, उनकी सुरीली आवाज और ढेर सारी यादों के विदाई दी। अंतिम संस्कार में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू सीएम डॉ. हिमंता बिस्वा शर्मा आदि कई नेता और प्रतिनिधि शामिल हुए।
बहन पाल्मे बोरठाकुर और भतीजे ने दी मुखाग्नि
आज सुबह यानि 23 सितंबर को कमरकुची एनसी गांव स्थित श्मशान घाट पर जुबीन गर्ग का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। द असम ट्रिब्यून के मुताबिक उनकी बहन पाल्मे बोरठाकुर और भतीजे ने चिता को अग्नि दी, जबकि उनकी पत्नी अंतिम क्षणों तक रोती-बिलखती रही और अपने पति को आखिरी बार दुलार किया।पति की चिता के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करतीं उनकी पत्नी गरिमा की ये झलक हर किसी को रुला गईं। वो अपने सामने सबकुछ होते हुए बस देख रही थीं और उनकी आंखों से लगातार आंसू छलक रहे थे
मुख्यमंत्री ने दिए दोबारा पोस्टमार्टम के आदेश
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा शर्मा ने गायक की मौत को लेकर नई जानकारी साझा करते हुए बताया कि गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) में जुबीन गर्ग का दूसरा पोस्टमार्टम कराया गया है। इस प्रक्रिया में एम्स गुवाहाटी के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी शामिल रही। सीएम ने खुलासा किया कि सिंगापुर से प्राप्त मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत का कारण "डूबना" बताया गया है, लेकिन यह बात पहली रिपोर्ट से मेल नहीं खा रही थी। इसी विसंगति को देखते हुए परिवार की सहमति से दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया ताकि असली कारण का पता चल सके।
सम्मान में ली गई पैरों की छाप
अंतिम संस्कार से पहले जुबिन गर्ग के सम्मान में उनके पैरों की छाप भी ली गई जो उनके प्रशंसकों और राज्य के लिए उनकी अमिट विरासत का प्रतीक बनकर हमेशा सहेजा जाएगा। यह श्रद्धांजलि उनके प्रति जनभावना और गहरे लगाव को दर्शाती है।