Chaitra Navratri: वर्षभर में चार बार नवरात्र का पर्व मनाया जाता है। इनमें दो गुप्त नवरात्र और एक शारदीय और एक चैत्र नवरात्र है। वहीं, हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्र से हिंदू नववर्ष की शुरुआत हो जाती है। नवरात्र में मां दुर्गा की उपासना की जाती है। देवी पुराण के अनुसार नवरात्रि के दिनों में माता दुर्गा धरती पर वास करती हैं। इस बार चैत्र नवरात्रि कब से हैं? और घट स्थापना कब करनी है? चैत्र नवरात्र की शुरुआत 30 मार्च से होने जा रही है। लेकिन प्रतिपदा तिथि 29 मार्च से ही शुरू हो जाएगी। ऐसे में 30 को घट स्थापना के लिए जातकों को कम समय मिलेगा। आइए इस लेख के जरिए जानते हैं मुहूर्त।
चैत्र नवरात्रि की तिथि
ज्योतिषाचार्य पंडित शशिशेखर त्रिपाठी ने के अनुसार, 2025 में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च दिन रविवार से होने जा रही है। इसका समापन 6 अप्रैल 2025 को रामनवमी के दिन होगा। इस वर्ष 30 मार्च को ही हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत होने वाली है। प्रतिपदा से नवरात्रि की शुरुआत मानी जाती है। प्रतिपदा तिथि 29 मार्च ही लग जाएगी। लेकिन, उदाया तिथि की मान्यता के कारणा नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च से जानी जाएगी। ऐसे में 30 मार्च को कलश स्थापना समय कम ही मिल पाएगा, क्योंकि प्रतिपता दोपहर में ही खत्म हो जाएगी।
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घट स्थापना शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना करने की परंपरा है। घट स्थापना हमेशा शुभ मुहूर्त में ही करनी चाहिए। इस साल चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च शाम 04 बजकर 27 मिनट से होने वाली है और समापन अगले दिन 30 मार्च दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर होगा। वहीं, कलश स्थापना 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 40 मिनट से पहले कर लें तो शुभ रहने वाला है। वैसे 30 मार्च सुबह 6 बजकर 22 मिनट से लेकर 10 बजकर 39 तक कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है।
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- चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होगी
- प्रतिपदा तिथि 29 मार्च शाम से शुरू होगी
- घट स्थापना 30 मार्च सुबह इतने बजे से होगा