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Monthly Durgashtami Puja मासिक दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा को ऐसे करें प्रसन्न, दूर होंगी जीवन की सभी बाधाएं

मासिक दुर्गाष्टमी हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन जगत जननी मां दुर्गा को समर्पित होता है और इस दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने का फल नवरात्रि के पूजन के बराबर ही होता है।

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Mukesh Pandit
Masik Durgashtmi
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नई दिल्ली,आईएएनएस।श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर दुर्गाष्टमी है। माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दिन सूर्य कर्क राशि में रहेंगे और चंद्रमा तुला राशि में रहेंगे।  दृक पंचांग के अनुसार, इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से शुरू होकर 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा और राहुकाल का समय सुबह 10 बजकर 46 मिनट से शुरू होकर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।

अष्टमी तिथि को मनाई जाती है

मासिक दुर्गाष्टमी हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन जगत जननी मां दुर्गा को समर्पित होता है और इस दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, मासिक दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने का फल नवरात्रि के पूजन के बराबर ही होता है। इस बार दुर्गाष्टमी 1 अगस्त को है। इसका शुभ मुहूर्त 1 अगस्त को सुबह 04 बजकर 58 मिनट से शुरू होकर 2 अगस्त सुबह 7 बजकर 23 मिनट तक रहेगा।इस दिन व्रत और देवी मां को लाल रंग की पोशाक या चुनरी चढ़ाने और 'सर्वा बाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः। मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः।।' का जाप करने से जीवन में चल रही बाधाएं धीरे-धीरे समाप्त हो जाती हैं।

सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें

मासिक दुर्गाष्टमी की विधि-विधान से पूजा शुरू करने के लिए सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें, और साफ वस्त्र पहनें, कोशिश करें कि लाल रंग के वस्त्र हों, क्योंकि लाल रंग मां दुर्गा को अत्यंत प्रिय है। फिर मंदिर या पूजा स्थल को साफ करें। एक लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर माता की प्रतिमा स्थापित करें, साथ ही कलश की भी स्थापना करें। अब देवी मां को श्रृंगार का सामान चढ़ाएं जिसमें लाल चुनरी, सिंदूर, अक्षत (चावल), लाल पुष्प (विशेषकर गुड़हल), चंदन, रोली आदि अर्पित करें। इसके बाद उन्हें फल, मिठाई, या अन्य सात्विक भोग लगाएं (जैसे खीर या हलवा)। मां दुर्गा के सामने घी का दीपक जलाएं और धूपबत्ती जलाएं। आप चाहें तो दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं। अंत में मां दुर्गा की आरती करें।

 9 कन्याओं को भोजन कराएं 

मासिक दुर्गाष्टमी के दिन कन्या पूजन करना शुभ माना जाता है। 9 कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें वस्त्र, फल, मिठाई और दक्षिणा देकर सम्मानित करें। यदि संभव न हो तो कम से कम एक कन्या का पूजन अवश्य करें। जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और धन का दान करना भी शुभ माना जाता है।  hindu bhagwa | hindu | hindu god | Hindu festivals | hindu festival | hindufestival | Hindu Dharm Guru 

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