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pmmodinavratri Photograph: (pmmodinavratri)
नई दिल्ली। नवरात्रि के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने चौथे दिन प्रसिद्ध गायिका पी. सुशीला का भक्ति गीत ‘जय जय देवी’ सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने लिखा कि यह गीत मां दुर्गा की महिमा और उनकी शक्ति का अद्भुत वर्णन करता है। पीएम मोदी ने कहा कि नवरात्रि में मां की आराधना से सकारात्मक ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है। पी. सुशीला भारतीय संगीत जगत की जानी-मानी गायिका हैं, जिनकी आवाज़ ने दशकों तक श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया है। इस गीत को भक्तों ने बेहद पसंद किया और सोशल मीडिया पर जमकर सराहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की एक बेहद खास और भावपूर्ण पोस्ट सोशल मीडिया पर साझा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दक्षिण भारत की प्रसिद्ध और सम्मानित गायिका पी. सुशीला द्वारा गाया गया भक्ति गीत 'जय जय देवी दुर्गा देवी' शेयर किया।
नवरात्रि में आज देवी माता के चौथे स्वरूप मां कूष्मांडा को मेरा बारंबार प्रणाम! सूर्य के समान दैदीप्यमान देवी मां से प्रार्थना है कि वे अपने सभी भक्तों को संपन्नता और प्रसन्नता का आशीर्वाद दें। उनका दिव्य आलोक हर किसी के जीवन को प्रकाशित करे।https://t.co/vvhA2n5XLv
— Narendra Modi (@narendramodi) September 25, 2025
मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा, "नवरात्रि में आज देवी माता के चौथे स्वरूप मां कूष्मांडा को मेरा बारंबार प्रणाम। सूर्य के समान दैदीप्यमान देवी मां से प्रार्थना है कि वे अपने सभी भक्तों को संपन्नता और प्रसन्नता का आशीर्वाद दें। उनका दिव्य आलोक हर किसी के जीवन को प्रकाशित करे।"
नवरात्रि के चौथे दिन देवी कूष्मांडा का चरण-वंदन! माता की कृपा से उनके सभी का जीवन आयुष्मान हो, यही कामना है। प्रस्तुत है उनकी यह स्तुति... pic.twitter.com/A5yZ6kVVH2
— Narendra Modi (@narendramodi) October 6, 2024
भक्ति और विश्वास की भावना
इस पोस्ट के माध्यम से प्रधानमंत्री ने नवरात्रि पर्व के इस पावन अवसर पर मां कूष्मांडा के प्रति अपनी श्रद्धा और आस्था प्रकट की। यह गीत न केवल देवी की महिमा का बखान करता है, बल्कि भक्तों के मन में भक्ति और विश्वास की भावना भी जागृत करता है।
करियर दशकों पुराना
बात करें पी. सुशीला के बारे में तो वह भारतीय संगीत जगत की एक अनमोल रत्न हैं। उनका करियर दशकों पुराना है और उन्होंने अपनी मधुर आवाज से तमिल, तेलुगु, कन्नड़, और मलयालम सहित कई भाषाओं में गाकर संगीत प्रेमियों के दिलों को छूआ है। पी. सुशीला की गायकी ने दक्षिण भारतीय संगीत को एक नई ऊंचाई दी है। उन्होंने करीब 50,000 से भी ज्यादा फिल्मी और भक्ति गीत रिकॉर्ड किए हैं, जो उनकी मेहनत और समर्पण को दर्शाता है। उनकी आवाज की मिठास और भावनात्मक गहराई उन्हें अन्य गायिकाओं से अलग पहचान देती है।
एक गौरवपूर्ण इतिहास
मालूम हो कि भक्ति संगीत के क्षेत्र में उनका योगदान अतुलनीय है, खासकर नवरात्रि जैसे धार्मिक अवसरों पर उनके गीत भक्तों के मन और आत्मा को छू जाते हैं। 'जय जय देवी दुर्गा देवी' जैसे गीतों में उनकी भावपूर्ण प्रस्तुति देवी की महिमा और शक्ति का गहन अनुभव कराती है। उनकी गायकी में जो भक्ति झलकती है, वह सुनने वालों को आध्यात्मिक आनंद देती है। पी. सुशीला को उनके अद्भुत योगदान के लिए पांच बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया है। वह इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली पहली महिला पार्श्वगायिका भी हैं, जो एक गौरवपूर्ण इतिहास है।
(इनपुट-आईएएनएस)